मैराथन गणित और विज्ञान का मेल है जो जीवन को सवारने का काम करती है- वडेरा
03 किलोमीटर की मैराथन में झलका उत्साह,अहिंसा के मार्ग पर चलने का लिया संकल्प
विजेताओं को ट्रॉफी देकर किया सम्मानित,युवा बोले ऐसे आयोजन लगातार हो
बाड़मेर। भारत सहित 22 देषों में 108 स्थानों पर अहिंसा रन का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में बाड़मेर भी अहिंसा का सन्देष लेकर युवा दौडे़। स्थानीय महावीर चौक,कल्याणपुरा से मैराथन को 06.30 पर अतिथियों द्वारा ने फ्लेग ऑफ कर रवाना किया। इस अवसर पर प्रतिभागीयों को सम्बोधित करते हुए सफल व्यवसाया मांगीलाल वडेरा ने कहा कि तन स्वस्थ रहेगा तो मन स्वस्थ रहेगा। केवल आज 03 किलोमीटर ना दौड़कर रोजाना इतनी दौड़ लगाए तब बात बनेगी। उन्होने कहा कि मैराथन हम यही सिखाती है जो चलता है उसें ही मजिंल मिलती है फिर चाहे वो तन की हो मन की हो या फिर धन की हो। उद्यमी रतनलाल वडेरा कहा कि इस तरह के आयोजन युवाओं में नई उर्जा का संचार करते है। उन्होंने कहा कि व्यवसायी होने के नाते कह सकता हुं कि मैराथन गणित और विज्ञान का मेल है जो जीवन को सवारने का काम करती है। विषिश्ट अतिथि रतनलाल संखलेचा ने कहा कि ऐसे आयोजन अर्थ का सहयोग सही मायनों में इसकी उपयोगिता को सार्थक करता है। विषिश्ट अतिथि संजय श्रीश्रीमाल ने कहा कि युवाओं का उत्साह देखकर अभिभूत हुं। महिलाओं की भागीदारी ने नया अध्याय लिखा है। मीना बोहरा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि अब हम मैदान में नही आए तो आने वाली पीढी हमें कौसेगी। उन्होने कहा कि स्वस्थ मोबाइल के गेम से नही मैदान के गेम से रह सकते है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण आप देख रहे है हार्ट अटेक के मामलें में बीते कुछ वर्श में कितना उछाला आया है। उन्होने युवा वर्ग से मैदानी खेंलो से जुडने की अपील की। किषनलाल वडेरा, नरेष सिंघवी,कैलाष धारीवाल,रोषन जैन,महावीर जैन ने भी अपने विचार रखें।
इन्होने मारी बाजी- कार्यक्रम संयोजक दिक्षित जैन ने बताया कि विष्व षान्ति एवं अंहिसा के भाव के साथ भाग लेने वाली मैराथन को तीन भागों में बाटा गया था। प्रथम में जुझारसिंह,नरपतसिंह एवं गेमाराम ने बाजी मारी। दुसरे भाग में गौरव भन्साली,नवीन कुमार,अरिहंत जैन एवं महिला वर्ग में रामेष्वरी कड़वासरा,प्रेरणा श्रीश्रीमाल एवं दीपा जैन इन सभी विजेताओं को ट्राफी देकर सम्मानित किया गया।
देषभर में दिया विष्व षान्ति एवं अंहिसा का सन्देष- युथ विंग के अध्यक्ष श्रीकांत कोटडिया ने बताया कि जीतां का इस मैराथन का उद्देष्य विष्व षान्ति एवं अंहिसा के सन्देष का जन-जन तक पहुंचाने लिए भारत सहित 22 देषों में में 108 षहरों में इसका आयोजन किया गया। अतः महावीर बोहरा ने सबका आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन प्रवीण बोथरा एवं हर्शिल बोथरा ने किया।
मतदाता जागरूकता की दिलाई षपथ- मैराथन के फ्लेग ऑफ से पहले प्रतिभागियों को मतदान करने एवं दुसरों को प्रेरित करते हुए मतदान करवाने की षपथ दिलाई गई। इस अवसर पर विपुल बोथरा ने मतदान की उपयोगिता एवं उसके महत्व के बारें में जानकारी देते हुए अपने मत का प्रयोग देष हित में करने का सकल्प भी दिलाया।