कानपुर नगर उपदेश टाइम्स
राष्ट्रीय क्षय (टीबी) उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत जिला महिला चिकित्सालय, डफरिन में प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय में गुरुवार को क्षयरोगियों के लिए एक सराहनीय पहल की गयी। अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, कानपुर मंडल, कानपुर, डॉ संजू अग्रवाल व जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ आरपी मिश्रा के दिशा निर्देशन में करीब 22 टीबी मरीजों को गोद लेकर पोषण पोटली दी गयी।अपर निदेशक, संयुक्त निदेशक, जिला क्षयरोग अधिकारी, जिला महिला चिकित्सालय की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सहित चिकित्सालय के अन्य 17 चिकित्सकों ने क्षयरोगियों को गोद लिया। निक्षय मित्र के रूप में इन सभी को प्रमाण पत्र दिए गए। लगातार छह महीने तक सभी क्षयरोगियों को पौष्टिक पोषण हेतु पोषण सामग्री उपलब्ध कराई जाती रहेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अपर निदेशक ने कहा कि देश को वर्ष 2025 तक क्षय मुक्त बनाने को लेकर प्रधानमंत्री के विजन को पूरा करने के लिए जनपद में हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं । गोद लिए गए क्षयरोगियों को डॉट्स के माध्यम से दी जाने वाली औषधियों को बिना दवा बंद किये सम्पू्र्ण उपचार अवधि में खाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है ।
संयुक्त निदेशक डॉ जीके मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने साल 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य रखा है। इसलिए समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी बनती है कि वह टीबी उन्मूलन में प्रधानमन्त्री ने जो आह्वाहन किया है उसका सहयोग करे। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ. आरपी मिश्रा ने कहा कि टीबी के इलाज में जितना जरूरी दवाओं का सेवन होता है उतना ही जरूरी होता है पौष्टिक प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थों का सेवन। टीबी की दबाव की तासीर गर्म होती है। दवाइयों के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने अवशोषण को बढ़ाने में प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थ बहुत उपयोगी हैं। डीटीओ ने कहा कि दो हफ्ते या इससे ज्यादा समय की खांसी, बार बार बुखार आना, वजन में लगातार कमी, भूख न लगना, रात में पसीना आना और सीने में दर्द इस बीमारी के प्रमुख लक्षण हैं।टीबी रोगियों से कहा कि घर में और आस पास लोगों को जागरूक करें कि टीबी छुआछूत की बीमारी नहीं है। पूरा इलाज करने से यह पूरी तरह ठीक हो जाती है। स्वास्थ्य केन्द्रों पर जाँच और इलाज निःशुल्क है। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक (एसआईसी) डॉ सीमा श्रीवास्तव ने कहा कि गोद लिए मरीजों को हर महीने पोषण पोटली के साथ सुख सुविधाओं तथा सेहत का ख्याल रखेंगी। संपूर्ण इलाज के बाद टीबी पूरी तरह से ठीक हो जाती है । क्षय रोगियों को प्रोटीन, विटामिन युक्त आहार मिलता रहे, जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद मिलती है।