कानपुर नगर उपदेश टाइम्स
बुधवार दोपहर सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी नामांकन करने पहुंचीं। जेल में बंद पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम ने रोते हुए सास और बेटी को गले लगाया इसके बाद नॉमिनेशन रूम में दाखिल हुईं नसीम सोलंकी ने कहा- मैं पहली बार बिना पति के यहां आई हूं। इसलिए मुझे अच्छा नहीं लग रहा था। इस वजह से मैं भावुक हो गई। मेरे साथ मेरी सास और मां भी आई थीं। उनके साथ सपा विधायक अमिताभ बाजपेई, मोहम्मद हसन रूमी, सपा जिलाध्यक्ष फजल महमूद और प्रस्तावक बंटी सेंगर मौजूद रहे। उपचुनाव के लिए नामांकन करने से पहले मंगलवार को नसीम सोलंकी ने लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। भाजपा ने अभी प्रत्याशी नहीं उतारा है, जबकि नामांकन के दो दिन शेष हैं। भाजपा में टिकट पाने के लिए नेता दौड़लगा रहे हैं। कई कद्दावर नेताओं ने लखनऊ या दिल्ली जाकर अपने-अपने समर्थकों को टिकट दिलाने की पैरोकारी की। वहीं, भाजपा ब्राह्मण, दलित, महिला या फिर पूर्व विधायक पर दांव लगा सकती है।
बाक्स में
पीडीए सम्मेलन में नसीम रोई थीं
नसीम सीसामऊ विधानसभा सीट पर उपचुनाव से पहले 19 अक्टूबर को सपा के पीडीए सम्मेलन में सपा विधायक और जिलाध्यक्ष आपस में भिड़ गए थे। प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल वहां मौजूद थे। वह दोनों को चुप कराते रहे, फिर भी सपा जिलाध्यक्ष कहते रहे, विधायक चुनाव हरवा देंगे। इस विवाद ने तब और ज्यादा तूल पकड़ लिया था, जब मंच से सपा विधायकों के बोलने पर सपा जिलाध्यक्ष ने उनकी तरफ उंगली उठाकर कहा, तमीज में रहिए। इसके बाद कानपुर कैंट से विधायक मो. हसन रूमी और आर्यनगर सीट से विधायक अमिताभ बाजपेई ने हंगामा कर दिया था। प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने पहले बीच-बचाव किया, फिर वह रोने लगी थीं। बाद में सभी विधायक पीडीए सम्मेलन को बीच में छोड़कर चले गए।