ग्रो इंडिया के तहत बच्चों के मोटापे पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया
विद्यालयों में बच्चों की जीवन शैली बदलकर ही मोटापे पर पा सकते हैं काबू
कानपुर नगर उपदेश टाइम्स
ग्रो इंडिया फैट तो फिट प्रोजेक्ट से होंगे बच्चे फिर ग्रो इंडिया के फैट टु फिट प्रोजेक्ट से विद्यालयों में बच्चों की जीवनशैली में बदलाव की दिशा में कार्य किया जायेगा जिससे बच्चों में मोटापे की समस्या को हल किया जाये. यह जानकरी राजेंद्र स्वरुप सभागार में आयोजित शस्टम ग्रो इंडिया दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में ग्रो इंडिया के महासचिव व बाल हॉर्मोन रोग विशेषज्ञ डॉ अनुराग बाजपेयी ने दी. डॉ अनुराग ने बताया की इस वार्षिक कार्यक्रम में २०० बच्चों, सामाजिक संस्थाओं प्रतिनिधयों एवं २० विद्यालयों के १०० अध्यापकों ने भाग लिया डॉ अनुराग ने बताया कि ग्रो इंडिया के “रोड टू ग्रोथ” कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रो सोसाइटी १०००० स्कूली छात्रों में शारीरिक विकास एवं उस पर जीवन शैली के प्रभाव का अध्ययन कर रही हैं. अब तक 15 विद्यालयों में कक्षा ५-८ तक के 7200 छात्रों के विकास का अध्ययन किया गया. उन्होंने बताया की शोध में 31% बच्चे मोटापे से ग्रसित पाये गये. यह संख्या लड़कियों में एवं बड़ी कक्षा में अधिक बढ़ गयी थी. आंठवी कक्षा की छात्रों में यह संख्या 42% तक बढ़ गयी. शोध में मोटापे के मुख्य कारणों में जंक फूड का प्रयोग, टेलीविजन देखते हुए खाना खाना एवं शारीरक गतिविधिओं का अभाव था. शोध में पाया गया की ७८% बच्चे टीवी देखते समय खाना खाते हैं एवं ७०% छुट्टियों के समय दो घंटे से अधिक टीवी देखते हैं. यह बच्चों में मोटापे के बढ़ने के मुख्य कारण माने जाते हैं. इन्ही कारणों से ग्रो इंडिया ने विद्यालयों से मिलकर “फैट टु फिट” प्रोजेक्ट लांच किया है जिसमे बच्चों में स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के साथ बच्चों में मोटापे से जुड़े रोगों पर शोध किया जायेगा। CSJM University कानपुर के निदेशक श्री Vinay pathak ने बताया कि शारीरिक गतिविधियों का बच्चों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान होता है। बच्चों में जीवन शैली से सम्बंधित रोग बहुत तीव्रता से बढ़ रहे है एवं उन्हें रोकने की तुरंत आवष्यकता है. उन्होंने आशा व्यक्त की कि ग्रो इंडिया के इस अभियान से इस दिशा में सक्रिय कदम उठाया गया
ग्रो सोसाइटी की अध्यक्ष एवं वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ रश्मि कपूर ने बताया की बच्चों में मोटापा एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है. उन्होंने कहा की समय रहते यदि उसका नियंत्रण नहीं किया जाये तो उनमे डायबिटीज, फैटी लिवर एवं कोलेस्ट्रॉल के रोग बहुत काम समय पर आ जाते हैं. इन समस्याओं पकड़ना अत्यधिक आवश्यक हैं. उन्होंने कहा की मोटापे से ग्रसित इन बच्चों में इन समस्याओं का अध्ययन किया जायेगा।