विश्व मीनोपॉज दिवस पर बी एम डी कैंप में महिलाओं की हुई निशुल्क जांच
कानपुर नगर उपदेश टाइम्स
जीएसवीएममेडिकल कालेज से सम्बंद्ध जच्चा बच्चा अस्पताल हैलट की ओपीडी में विश्व मेनोपॉज दिवस पर एक बीएमडी कैम्प का आयोजन हुआ। यह कैम्प स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग तथा कानपुर मेनोपॉज सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
जच्चा बच्चा अस्पताल की विभागाध्यक्ष डॉ रेनू गुप्ता ने बताया कि प्रति वर्ष 18 अक्टूबर को विश्व रजोनिवृत्ति दिवस मनाया जाता हैं, जिसका उद्देश्य महिलाओं को मेनोपॉज़ के बारे में जागरूकता बढ़ाना और उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। कानपुर मेनोपॉज सोसाइटी की संरक्षक डॉ मीरा अग्निहोत्री एवं अध्यक्ष डॉ किरण पांडेय ने बताया कि मीनोपॉज महिलाओं के जीवन में एक महत्वपूर्ण बदलाव का समय है यह आमतौर पर 45 से 55 वर्ष की आयु के बीच होती है, लेकिन इसका असर शारीरिक और मानसिक दोनों स्वास्थ्य पर पड़ता है।हमारा उद्धेश्य मीनोपॉज से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं जैसे हृदय रोग, ऑस्टियोपोरोसिस, और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना है डॉ नीना गुप्ता तथा डॉ सीमा द्विवेदी ने बताया कि विभाग में 28 जुलाई 2022 से मेनोपॉज ओपीडी प्रत्येक शुक्रवार को संचालित की जा रही है और अब तक 4 बीएमडी कैम्प भी आयोजित कराए जा चुके हैं बीएमडी कैम्प में लगभग 130 महिलाओं की जांचे जांच हुई. जिनमें से लगभग 80 प्रतिशत महिलाओं में ओस्टियोपीनिया की समस्या पाई गई । इन सभी को कैल्शियम तथा विटामिन डी की दवा दी गई। वही विभागाध्यक्ष डॉ रेणु गुप्ता द्वारा महिलाओं को ओस्टियोपोरोसिस के विषय में विस्तृत जानकारी दी गई उनको हड्डियों को मजबूत करने के लिए नियमित व्यायाम तथा कैल्शियम युक्त भोजन की सलाह दी कानपुर मेनोपॉज सोसाइटी की सचिव डॉ शैली अग्रवाल ने बताया कि 40 वर्ष की आयु के बाद 40 प्रतिशत महिलाओं में ओस्टियोपीनिया तथा ओस्टियोपोरोसिस की समस्या हो जाती है तथा 65 वर्ष की आय के बाद 80 प्रतिशत महिलाओं में ओस्टियोपोरोसिस के कारण फ्रैक्चर का रिस्क रहता है जिसमें हिप, स्पाइन व रिस्ट फ्रैक्चर प्रमुख होता है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ. बंदना शर्मा, डॉ. पाविका लाल, डॉ दिव्या त्रिपाठी डॉ. गरिमा गुप्ता , डॉ. प्रतिमा वर्मा, डॉ. प्रीति त्यागी, डॉ. उरूज़ जहां, श्रुति गुप्ता, डॉ. रश्मि यादव, डॉ. सुगंध और अन्य डॉक्टर्स भी उपस्थित थे।