धू धू कर जली लंका,लगे जय श्रीराम के नारे। शहजादपुर में लंकादहन के कार्यक्रम का हुआ आयोजन
उपदेश टाइम्स ब्यूरो प्रमुख कौशाम्बी
कौशाम्बी। कड़ा विकास खण्ड के शहजादपुर गांव में प्राचीन श्रीराम लीला कमेटी के सौजन्य से रावण मैदान में परम्परा के मुताबिक सजीव लंका दहन का आयोजन हुआ। अरविंद तिवारी ने हनुमान जी का अभिनय किया। विशेष किस्म के तेल व कपडो से बनी लंका लेकर हनुमान जी ने पहले लंका नगरी में आग लगाई। ततपश्चात रावण मैदान में रावण दल के लोगो को घूम घूम कर दौड़ाया व नजदीक आने पर रावण दल के कुछ लोग लंका की चपेट में भी आए। लंका मैदान का पूरा परिसर राम और रावण दल में परिवर्तित रहा। राम दल के लोग जय श्रीराम व रावण दल के लोग दौड़ दौड़ कर लंकेश्वर राजा की जय के नारे लगा रहे थे। लंका दहन में जो दर्शक माता सीता व श्रीराम दरबार के समीप होते हैं वो रामदल के माने जाते हैं उन्हें लंका की लपट से दूर रखा जाता है। शेष लंका नगरी के माने जाते हैं जिसे हनुमान जी पूरे मैदान लंका लेकर दौड़ाते हैं। लंका सजीव मंचन देख दर्शक भाव विभोर हो गए।
बता दें कि करीब 25 वर्षों से लंका बनाने का निःशुल्क कार्य कर रहे चन्द्र प्रकाश तिवारी उर्फ वैद्य जी कहते हैं कि लंका में विशेष किस्म के तैल व कपड़ो का प्रयोग होता है जिससे लंका की लपेट में आने वाले किसी भी व्यक्ति के त्वचा को हानि नही पहुंचती है।
इस 12 दिवसीय श्रीराम लीला में मुख्य रूप से कमेटी अध्यक्ष रवि तिवारी, उपाध्यक्ष नंद लाल निषाद, कोषाध्यक्ष अनूप यादव, मीडिया प्रभारी पवन जायसवाल, महामंत्री प्रभाष सोनकर व पियूष शुक्ल, मोहित यादव, सूरज यादव, ग्राम प्रधान पूनम यादव, राजेश चौरसिया, नीलेश दुबे, अभय केशरवानी, विश्वामित्र केशरवानी, बजरंग चौरसिया, बनवारी लाल, धर्मेंद्र केशरवानी,रामभवन मौर्य, सिपाही लाल पटेल, मेवा लाल,रवि निषाद, नंद लाल यादव, गोलू यादव, राजेंद्र दुबे, अभितोष मालवीय, रूपचंद्र पटेल, दिनेश पटेल, सुनील श्रीवास्तव, निर्भय जायसवाल, जमुना प्रसाद सोनी, चैतन्य राय, शिवम् पाण्डेय, दशरथ प्रजापति, विवेक शुक्ल, लक्ष्मीकांत दुबे, राकेश तिवारी, रावेन्द्र सिंह, मोहन सोनकर, संदीप सोनकर, शिवबाबू, प्रदीप शर्मा, गोलू सविता, निर्मल जी, हीरा लाल गुप्ता, आत्म नारायन,धीरज यादव, रंजीत यादव, सोनू तिवारी आदि का सहयोग रहता है।
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शहजादपुर का प्रसिद्ध दशहरा आज
विजया दशमी के दिन शहजादपुर के रावण मैदान में लगने वाला प्रसिद्ध व विशाल दशहरा शुक्रवार को लगेगा।
जिसमे क्षेत्र के हजारों लोग एकत्रित होते हैं। मेला क्षेत्र में आई हुई दूकानों से घरेलू सामान से लेकर खाने-पीने की वस्तुएं खरीदते है। वही मेले में आए हुए बच्चे झूले आदि का लुत्फ उठाते है। मेले में गांव के विभिन्न प्रकार के संगठनों द्वारा आकर्षक चौकियां भी निकाली जाती है। क्षेत्र से आए हुए लोग अन्य त्योहारों में उपयोग होने वाली सामग्री की खरीदारी करते हैं। लंका मैदान पर स्थापित अदभुत है रावण की प्रतिमा, लंका मैदान पर रावण दरबार मे लगाई गई विशालकाय रावण की प्रतिमा अपने आप मे अदभुत दिखती है। दशहरे के दिन यही पर श्रीराम व रावण की सेना के बीच युद्ध होता है।