जिलाधिकारी ने सरसौल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया

कानपुर नगर, जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने शनिवार पूर्वाह्न सरसौल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई अनियमितताएँ सामने आईं।
निरीक्षण में उपस्थिति पंजिका में दर्ज दो कार्मिक अनुपस्थित मिले। डीएम ने एक दिन का वेतन काटने के साथ स्पष्टीकरण तलब किया। ओपीडी पर्ची काउंटर पर किसी कार्मिक न मौजूद होने पर नाराजगी जतायी।
निरीक्षण में एक्स-रे की संख्या औसतन 8-10 प्रतिदिन पाई गई। जिलाधिकारी ने इसे संदिग्ध मानते हुए विस्तृत जाँच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने आयुष चिकित्सक की तैनाती के बावजूद आयुष दवाओं की अनुपलब्धता को गंभीर माना और एक सप्ताह में दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए।
ओपीडी रजिस्टर में कई मरीजों के नाम, पते और फोन नंबर त्रुटिपूर्ण पाए गए। जिलाधिकारी ने इसे सुधारने के साथ 26 अक्तूबर को सभी स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सक एवं कर्मचारियों का विशेष प्रशिक्षण कराने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 1 अक्तूबर 2025 से अब तक दर्ज मरीजों के विवरण का सत्यापन कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
निरीक्षण में यह भी पाया गया कि केंद्र पर पाँच फार्मासिस्ट तैनात हैं। जिलाधिकारी ने इसे श्रमशक्ति की अनुपयुक्तता बताते हुए जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में स्वीकृत और वास्तविक पदों की सूची उपलब्ध कराने तथा पाँच फार्मासिस्ट की तैनाती का औचित्य स्पष्ट करने के निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी रनवीर सिंह केंद्र पर ही मौजूद मिले, जबकि उनका दायित्व क्षेत्र भ्रमण करना है। जिलाधिकारी ने उनसे स्पष्टीकरण तलब करने के आदेश दिए। डीएम ने मरीजों व तीमारदारों से संवाद किया और मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं के विषय में जानकारी प्राप्त की। साथ ही अस्पताल में सफाई व्यवस्था के दृष्टिगत आवश्यक निर्देश भी दिए।