कानपुर से लखनऊ रेफर हुए गैस सिलेंडर के रिसाव से झुलसे लोग
लखनऊ में उपचार के बाद हालत में सुधार
उपदेश टाइम्स, हमीरपुर। गुरुवार को कन्या भोज के लिए खीर तैयार करते समय गुरुवार को गैस सिलेंडर में हुए रिसाव के बाद आग लगने से झुलसे आधा दर्जन लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। इनको सदर अस्पताल से कानपुर तथा कानपुर के उर्सला से केजीएम लखनऊ रेफर किया गया है। कस्बे के वार्ड संख्या पांच में रामनगर की तरफ जाने वाले सीसी मार्ग किनारे राजाराम प्रजापति के दरवाजे पर चौथे वर्ष देवी पंडाल सजाया गया है। गुरुवार को इसी पंडाल में कन्या भोज करने के लिए राजाराम के मकान के आंगन में कुछ युवक खीर तैयार कर रहे थे। इसी दौरान गैस सिलेंडर का लॉक पिन टूट जाने से तेज रिसाव हो गया और आग लगने से बेतहाशा लपेट उठने लगी। इस घटना में खीर बना रहे ग्यारह लोग बुरी तरह से झुलस गए। साथ ही पास में बंधी 10 बकरियां भी चपेट में आ गई थी। झुलसे हुए सभी लोगों को कस्बे के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से सदर अस्पताल रेफर किया गया था। अत्यधिक झुलसे होने पर राजाराम उसकी पत्नी तिजिया, पुत्र दुर्गेश व अमित कुमार के अलावा अंकित, सुनील कुमार, संदीप को कानपुर के उर्सला अस्पताल रेफर किया गया था। हालत में सुधार न होने पर इन सभी को रात में कानपुर से लखनऊ के केएमजी हॉस्पिटल रेफर किया गया। साथ में गए तीमारदार संतराम ने बताया कि लखनऊ में उपचार के बाद अब सभी की हालत खतरे से बाहर है। सभी की हालत में थोड़ा-थोड़ा सुधार होना शुरू हुआ है। वहीं गैस सिलेंडर रिसाव से झुलसे लोगों का हाल जानने के लिए शुक्रवार को सपा जिलाध्यक्ष इदरीश खान के नेतृत्व में सपा का एक प्रतिनिधिमंडल सदर अस्पताल पहुंचा। यहां पर भर्ती चार लोगों से घटना की जानकारी लेकर बेहतर इलाज के लिए सीएमओ से वार्ता की।
प्रतिनिधि मंडल में सदर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी रामप्रकाश प्रजापति, प्रदेश सचिव मुन्नीलाल निषाद, नीरज कश्यप, रणबहादुर यादव आदि सपाई शामिल रहे। सभी ने सीएमओ डॉ.गीतम सिंह से मिलकर घायलों के बेहतर उपचार की मांग रखी। सीएमओ ने कहा कि मरीजों के उपचार में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी।