जालसाजी कर जमीन की रजिस्ट्री कराने पर कोर्ट के आदेश पर आसीवन में दर्ज हुई एफआईआर
उन्नाव प्रधान व चकबंदी लेखपाल सहित अन्य लोगो द्वारा किसान को मृत दर्शाकर उसकी 1.5 बीघा भूमि अंजान व्यक्ति के नाम करा उसे बेच लेने के आरोप में न्यायालय के निर्देश पर थाना आसीवन में रिपोर्ट दर्ज हुईं हैं पीड़ित बीते छः माह से मुख्य मंत्री पुलिस महानिदेशक , डी एम, एस पी , एस डी एम सहित सभी संबंधित अधिकारियों को पत्र भेज व जनपदीय अधिकारियों के समक्ष खड़ा होकर जीवित होने का प्रमाण देता रहा पर कोई सुनवाई नही हुई फिर न्यायालय में शरण लेने के बाद जाच शुरू हुई ।
आसीवन थाना क्षेत्र गाव उदशाह निवासी शिवचरन पुत्र छोटे लाल ने न्यायालय में दी तहरीर में बताया कि उसकी भूमि संख्या 222 व 635 लगभह 1.5 बीघा गाव के बाहर है जिस पर वोह खेती करता चला आ रहा है ग्राम प्रधान रामनारायण , सहयोगी प्रदीप कुमार सिंह उर्फ पिंटू सिंह ने क्षेत्रीय चकबंदी लेखपाल राजेश आदि ने षडयंत्र रचकर प्रधान के लेटर पैड पर उसका मृत प्रामानपत्र बना उसकी भूमि एक अंजान व्यक्ति उदसाह के मजरा पल्टा खेड़ा निवासी(फर्जी पता ) विकास पुत्र गया दीन के नाम 5 जनवरी 2024 को दर्ज करा दी जबकि वो मूल रूप से हरदोई जनपद के संडीला तहसील क्षेत्र गाव भदसेन अटवा का रहने वाला है । उसी भूमि को विकास कुमार द्वारा 23 फरवरी को जमलापुर निवासी अनूप पुत्र दुर्योधन के नाम बैनामा कर दिया इसमे गवाह के तौर पर साजिश कर्ताओं के साथ मिले हुए गाव निवासी पिंटू सिंह ,रजनीश व चकबंदी कानूनगो शामिल है ।
शिवचरन ने बताया कि जब मार्च में उसे जानकारी हुई तो वो थाना आसीवन , एस डी एम सफ़ीपुर से मिल कर स्वयं के जीवित होने की बात कही सुनवाई न होने पर सम्पूर्ण समाधान दिवस में डीएम के समक्ष भी खड़ा हुआ पर जाच करने वाले वही षडयंत्र में शामिल होने के कारण न्याय नही मिला 11 मार्च को एस पी कार्यालय पहुच उनसे गुहार लगाई । मुख्य मंत्री के अलावा आई जी व डी आई जी को पत्र के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई पर कोई रास्ता नही निकला उसके बाद अप्रैल में न्यायालय के समक्ष हाजिर होकर अपनी बात कही जिसके बाद माह अक्टूबर में रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश हुए ।
आसीवन थानाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि तहरीर के अनुसार ग्राम प्रधान, लेखपाल, कानूनगो,सहित क्रेता व सहियोगियो के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है