सफेदा ज्वार के भाव गिरे पश्चिमी यूपी के साथ पंजाब हरियाणा से हो रही डिमांड

उपदेश टाइम्स, हमीरपुर। बुंदेलखंड की मशहूर सफेदा ज्वार की मांग इस वर्ष अभी तक गुजरात महाराष्ट्र में नहीं हो रही है। अभी तक पश्चिमी यूपी के साथ पंजाब हरियाणा से ही डिमांड लग रही है। प्रतिदिन औसतन आधा दर्जन ट्रक ज्वार बाहर जा रही है । जबकि मंडी में आवक प्रतिदिन 1500 से 2000 क्विंटल है। अन्य वर्षो की तुलना में इस वर्ष दर भी कम है। इस वर्ष सफेद ज्वार 2000 से 4500 रुपए प्रति क्विंटल बिक रही है। जबकि अन्य वर्षो में यह 3000 से 7000 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच जाती थी।
कस्बे की गल्ला मंडी ज्वार के थोक खरीद फरोख्त के लिए ब्रिटिश शासन काल से लेकर एशिया में मशहूर है। यह भारत के अलावा कई देशों में जाती है। विदेश भेजने का कारोबार गुजरात महाराष्ट्र के व्यापारी करते हैं। इस वर्ष अभी तक गुजरात महाराष्ट्र से किसी तरह की डिमांड नहीं हुई है। इस वजह से सफेदा ज्वार के भाव में तेजी नहीं आ रही है। नवीन गल्ला मंडी के आढ़ती कुंजबिहारी पांडे,रामरूप शिवहरे,राघवेंद्र पांडे,रमाकांत गुप्ता, श्यामबिहारी पांडे, उदित नारायण तिवारी, विजय शिवहरे, सुनीत गुप्ता, कामता प्रसाद गुप्ता आदि ने बताया कि अभी ज्वार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ,हापुड़, शामली, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर के अलावा पंजाब हरियाणा जा रही है। अन्य जगहों की डिमांड शून्य है। इससे इस वर्ष बाजार भाव नहीं उठ पा रहा है। मंगलवार को 2000 से 4500 रुपए की दर से ज्वार खरीदी जा रही है। आढ़तियों ने बताया कि पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष बाजार भाव कम है। अन्य वर्षो में बाजार भाव 3000 से 7000 रुपए क्विंटल तक पहुंच जाता था। बता दें कि उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के मध्य फैले बुंदेलखंड के हमीरपुर,महोबा,बांदा, झांसी, ललितपुर,चित्रकूट,जालौन के अलावा छतरपुर,पन्ना,सतना, टीकमगढ़, भिंड,मुरैना, दतिया आदि जनपदों में सफेदा ज्वार का उत्पादन बहुतायात में होता है। असंचित एरिया में खरीफ में इसको बड़े भूभाग में बोया जाता है। किसानों के अनुसार एक बीघा में सफेदा ज्वार औसतन 4 से 8 क्विंटल के मध्य पैदा होती है। बाजार भाव अगर अच्छा मिला तो किसान फायदे में रहता है। क्योंकि इस फसल की लागत मूल्य काफी कम है। बीज के अलावा जुताई बोआई का ही खर्च आता है। अच्छी बारिश होने पर उत्पादन अच्छा होता है और जुलाई के प्रथम पखवाड़े में बोई जाने वाली यह फसल नवंबर में पककर तैयार हो जाती है। इस समय मंडी में सर्वाधिक सफेदा ज्वार मध्य प्रदेश के जनपदों से आ रही है।