समर्थ उत्तर प्रदेश – विकसित उत्तर प्रदेश @2047 अभियान में निभाये भागीदारी, खींचे भविष्य का खाका:डीएम

कानपुर में 10 और 11 सितम्बर को आएगा प्रबुद्धजनों का प्रतिनिधिमंडल, करेगा विभिन्न हितधारकों से संवाद
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत @2047 संकल्प के अनुरूप प्रदेश सरकार ने समर्थ उत्तर प्रदेश – विकसित उत्तर प्रदेश @2047 अभियान की शुरुआत की है। इसका मकसद है जनता की भागीदारी से ऐसा रोडमैप तैयार करना, जिससे वर्ष 2047 तक उत्तर प्रदेश विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल हो सके।
अभियान का विजन तीन थीमों—अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति और जीवन शक्ति—पर आधारित है। इसके तहत कृषि, उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य, आईटी, ऊर्जा, पर्यटन, महिला विकास, रोजगार, कानून-व्यवस्था, ग्रामीण विकास और सामाजिक सुरक्षा सहित 12 क्षेत्रों में जनता से सुझाव लिए जा रहे हैं।जनता अपने सुझाव क्यूआर कोड स्कैन कर या सीधे samarthuttarpradesh.up.gov.in पोर्टल पर दर्ज करा सकती है। यह प्रक्रिया अत्यंत सरल है।
इसी क्रम में शासन द्वारा नामित प्रबुद्धजनों का प्रतिनिधिमंडल 10 और 11 सितम्बर को कानपुर नगर आएगा। इसमें मुख्यमंत्री के सलाहकार एवं सेवानिवृत्त आईएएस अवनीश कुमार अवस्थी, सेवानिवृत्त आईएफएस बाबूराम अहिरवार, सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ. चुन्ना सिंह, कृषि विभाग के सेवानिवृत्त वैज्ञानिक डॉ. शंकर सिंह तथा पीडब्ल्यूडी के सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता राकेश सिंह शामिल हैं। यह दल प्राध्यापकों, छात्रों, शिक्षाविदों, कृषकों, एफपीओ, महिला समूहों, श्रमिक संगठनों और उद्यमियों के साथ संवाद कर विगत आठ वर्षों की विकास यात्रा और आगे की रणनीति पर चर्चा करेगा तथा फीडबैक प्राप्त करेगा।
कार्यक्रम के अनुसार 10 सितम्बर को प्रातः 10:30 से 1:30 बजे तक हरकोर्ट बटलर प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रेक्षागृह में छात्रों, प्राध्यापकों और शिक्षाविदों के साथ बैठक होगी। उसी दिन सायं 3 से 5 बजे तक चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय में कृषकों, एफपीओ सदस्यों और कृषि वैज्ञानिकों से संवाद किया जाएगा। 11 सितम्बर को प्रातः 10:30 से 12:30 बजे तक सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में व्यवसायियों और उद्योग प्रतिनिधियों के साथ बैठक होगी। इसके बाद 12:30 से 2 बजे तक महिला समूहों, श्रमिक संगठनों, राज्य और राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त महानुभावों तथा विभिन्न क्षेत्रों के बुद्धिजीवियों से विचार-विमर्श किया जाएगा।
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि यह अभियान प्रदेश के भविष्य की दिशा तय करने का अनूठा अवसर है। यह केवल शासन की पहल नहीं बल्कि हर नागरिक की भागीदारी से बनने वाला विकास का खाका है। मैं सभी छात्रों, प्राध्यापकों, कृषकों, महिला समूहों, श्रमिकों, उद्यमियों और जनपदवासियों से अनुरोध करता हूँ कि वे इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और अपने सुझाव अवश्य दर्ज करें। आपका हर विचार 2047 के विकसित उत्तर प्रदेश की रणनीति का आधार बनेगा।