सीडीओ दीक्षा जैन द्वारा विकासखंड शिवराजपुर के बृहद गौवंश आश्रय स्थल, कमालपुर खोदन का निरीक्षण किया गया

कानपुर नगर सीडीओ दीक्षा जैन द्वारा विकासखंड शिवराजपुर के बृहद गौवंश आश्रय स्थल, कमालपुर खोदन का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, उप जिलाधिकारी बिल्हौर, खंड विकास अधिकारी शिवराजपुर, पशु चिकित्सा अधिकारी बिल्हौर तथा संबंधित ग्राम पंचायत के ग्राम सचिव और प्रधान उपस्थित थे।
मौके पर उप जिलाधिकारी के निर्देशन में विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी कार्य करते हुए पाए गए। शेड की साफ-सफाई करा दी गई थी तथा गौवंशों को हरा चारा और भूसा उपलब्ध कराया जा रहा था। गौशाला के कच्चे स्थान, जहाँ कीचड़ था, वहाँ सफाई का कार्य गतिमान पाया गया। मुख्य विकास अधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित होने तक वे गौशाला में उपस्थित रहें।
निरीक्षण के समय सफाई हेतु एक जेसीबी का प्रयोग किया जा रहा था, किंतु पूरे गौवंश आश्रय परिसर में अत्यधिक कीचड़ होने के कारण खंड विकास अधिकारी शिवराजपुर को तत्काल एक अतिरिक्त जेसीबी लगाने के निर्देश दिए गए। साथ ही, सफाई के उपरांत एकत्रित वेस्टेज को ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के माध्यम से गौशाला से बाहर उपयुक्त स्थान पर निस्तारित करने के निर्देश भी दिए गए।
मुख्य विकास अधिकारी ने अवर अभियंता, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग को गौवंश आश्रय स्थल में जल निकासी और अन्य समस्याओं का सर्वे कराकर, कराए जाने योग्य कार्यों का अनुमान (एस्टीमेट) बनाकर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने विशेष रूप से जल निकासी हेतु नालियों और पर्याप्त पक्के खड़ंजे के फर्श के निर्माण पर ध्यान देने के निर्देश दिए। कीचड़ की सफाई के बाद फर्श की लेवलिंग के लिए ईंट भट्टों की राबिश का उपयोग करने को कहा गया।
इसके अतिरिक्त, गौशाला के शेड में मच्छर नियंत्रण हेतु ब्लीचिंग और छिड़काव का कार्य कराने तथा कम से कम 100 गौवंशों को कैटल कैचर के माध्यम से निकटवर्ती गौशालाओं में स्थानांतरित करने के निर्देश जिला पंचायत राज अधिकारी को दिए गए।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में 12 गौवंश बीमार हैं, जिनमें से 4 का स्वास्थ्य स्थिर है और शेष का उपचार जारी है। मौके पर पशु चिकित्सा अधिकारी की टीम उपचार कार्य में संलग्न पाई गई। मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया कि जब तक सभी बीमार गौवंश पूरी तरह स्वस्थ न हो जाएँ, तब तक पशु चिकित्सा अधिकारी वेटनरी टीम के साथ निरंतर चिकित्सा सुनिश्चित करें।
वृहद गौवंश आश्रय स्थल में कार्यरत केयर टेकरों के संबंध में खंड विकास अधिकारी शिवराजपुर ने बताया कि वर्तमान में 7 केयर टेकर कार्यरत हैं। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देशित किया कि सुचारू संचालन हेतु कम से कम 12 केयर टेकर लगाए जाएँ तथा उनके मानदेय का समय से भुगतान सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया गया कि गौशाला के ब्लॉक एवं ग्राम पंचायत स्तरीय अभिलेखों का अद्यावधिककरण सुनिश्चित करें!