दस्तारबंदी में उमड़ा जनसैलाब, मदरसे के चार बच्चे बने हाफिज-ए-कुरान
उपदेश टाइम्स, हमीरपुर। मौदहा कस्बे के एक मदरसा में हाफ़िज़ बने बच्चों की दस्तारबंदी हुई जिसमें लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा और हाफिजों को फ़ूल माला पहनाकर बधाई दी।
नगर के कपसा रोड स्थित मदरसा मकतब रहमानिया हलीम मुस्लिम यतीमखाना में बुधवार को देर शाम जश्न-ए-दस्तारबंदी एवं नातियां मुशायरे का आयोजन किया गया। जिसमें मदरसे से पढ़कर हाफिज-ए-कुरान बने चार बच्चों की दस्तारबंदी हुई। दस्तारबंदी के पूर्व एक शानदार नातियां मुशायरे आयोजित किया गया, जिसमें प्रसिद्ध नातियां शायर फहीम पिहानवी, अशफाक बहराइचवी, आकिल बिजनौरी, कारी फारूक, हाफिज कैफुद्दीन बांदवी एवं हाफिज जाकिर अली ने अपने-अपने कलाम पढ़कर जमकर दाद बटोरी। इसके उपरांत कानपुर से आए अल्लामा मौलाना मुफ्ती हनीफ बरकाती एवं हथौड़ा से आए मशर्रत हुसैन ने अपनी तकरीर के जरिए महफ़िल में चार चांद लगा दिए। वहीं दस्तारबंदी में उपस्थित नगर के संभ्रांत नागरिक सहित मदरसा कमेटी को सदर मुद्दरिस कारी सनाउल्लाह ने फूल माला पहनाकर स्वागत किया। इसी बीच दस्तारबंदी में पहुंचे सपा वरिष्ठ नेता एवं व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष फरीद अहमद उर्फ़ बब्लू ने हाफिज बने बच्चों एवं उनके उस्तादो को फ़ूल मालाओं के साथ शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया और बधाई दी। कुरान मुक्कमल कर हाफिज बनने वाले ग्योरा मुगली के हाफिज मोहम्मद दिलशाद, गुसियारी के मोहम्मद इदरीश, मुटनी के निज़ामुद्दीन व नरायच के जुनैद अली को मदरसा स्टाफ एवं नगरवासियों ने फ़ूल माला पहना पुरस्कार देकर सम्मानित किया। दस्तारबंदी की सदारत शहर इमाम मौलाना करामत उल्ला एवं निजामत मौलाना अताउर्रहमान कादरी ने की। इस दौरान मदरसा रहमानिया कमेटी के मैनेजर नसीम भाई, मास्टर जफर साहब, हाफिज अकमल सगीर, मास्टर याकूब साहब, नजमुद्दीन बीतू बादशाह, जुम्मू सभासद, मास्टर ज़ुबैर सहित हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।

पहले दिन शुरू हुए यमुना पुल के मरम्मतीकरण में दुरुस्त की गई 14 नंबर कोठी
कस्बे की छात्रा ने नीट परीक्षा में मारी बाजी
आकाशीय बिजली गिरने से एक मासूम समेत महिला की हुई मौत. एक गंभीर
न्यायालय गया युवक बेहोश होकर गिरा, पुलिस कर्मियों ने अस्पताल में कराया भर्ती
मार्निंग वाक पर निकला युवक बेसुध हालत में पहुंचा घर, रात में लगाई फांसी
नमामि गंगे कर्मचारियों के साथ की गई मारपीट