उपदेश टाइम्स, हमीरपुर। देवी पंडाल में अक्तूबर माह में नवरात्र पर्व पर अष्टमी के दिन कन्या भोज के लिए खीर बनाते हुए गैस सिलिंडर का पिनलॉक टूटने से लगी आग से झुलसे रामबाबू के दोनों पुत्रों की इलाज के दौरान मौत हो गई। जिससे उसके परिवार का चिराग ही बुझ गया है। इस घटना से मां-बाप का बुरा हाल हो गया है और दोनों बेसुध हो गए हैं।
गत 10 अक्तूबर को कस्बे के रामनगर में स्थापित पंडाल के बाहर कन्या भोज करने के लिए रामनगर निवासी राजाराम प्रजापति के मकान के आंगन में खीर बनाई जा रही थी। गैस सिलिंडर का पिनलॉक टूट जाने से उसमें आग लग गई थी। जिसमें 11 लोग झुलस गए थे।इसमें राजाराम,उसकी तिजिया, संदीप, अमित कुमार, दुर्गेश व सुनील कुमार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से सदर अस्पताल से कानपुर तथा कानपुर से लखनऊ केजीएमयू भेजा गया था। 15 अक्टूबर को राजाराम, 16 अक्टूबर को सुनील कुमार, तथा 19 अक्टूबर को दुर्गेश की मौत इलाज के दौरान लखनऊ में हुई थी। वहीं 10 नवंबर को अमित की भी मौत हो गई। इस घटना में राजाराम के दामाद रामबाबू प्रजापति के दोनों पुत्र दुर्गेश व अमित की इलाज के दौरान लखनऊ में मौत हुई है। रामबाबू प्रजापति मूल रूप से सिसोलर थानाक्षेत्र के परेहटा गांव का निवासी है और दो दशक पूर्व पत्नी बच्चों को लेकर कस्बे में आकर बस गया था। समीप में ही ससुराल थी। इस वजह से रामबाबू के बच्चों का आए दिन नाना राजाराम के घर आना जाना था। कन्या भोज के लिए खीर बनाते समय दोनों भाई यहीं पर मौजूद थे और खीर बनाने में सहयोग करते समय झुलस गए थे। रामबाबू के दोनों बेटों की मौत होने से उसके परिवार का चिराग हमेशा के लिए बुझ गया है। दोनों बेटों की मौत से रामबाबू और उसकी पत्नी पन्नो देवी बेसुध हो गए हैं। घटना की सूचना पाकर सपा जिलाध्यक्ष इदरीश खान,नगर पंचायत अध्यक्ष धीरेंद्र शिवहरे ने मौके पर पहुंचकर ढांढस बंधाया। रामबाबू के दोनों बेटे पढ़ाई करने साथ शादी विवाह सहित शुभ मौका पर डीजे बजाने का कार्य करते थे। देवी पंडाल में उन्होंने अपना ही डीजे लगा रखा था।