भ्रष्टाचार के दलदल में डूबी कोतवाली, पुलिस अधीक्षक की छवि हो रही कलंकित
शाहगंज। जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत प्रदेश को अपराध मुक्त होने का दावा करते हैं वहीं दूसरी तरफ उनकी नीतियों पर पानी फेरने से शाहगंज कोतवाल तारकेश्वर राय बाज नहीं आ रहे हैं।इस समय शाहगंज के प्रभारी निरीक्षक धनउगाही के आरोप में घिर गए हैं जिससे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट और साफ सुधरी छवि स्थापित करने वाले कप्तान डॉ अजय पाल शर्मा की मंशा तार -तार हो रही है। व्यापारियों ने कोतवाल की कार्य शैली पर सवाल उठाए हैं जो तहसील क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। शाहगंज नगर क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यापारी व नगर पालिका की अध्यक्ष रचना सिंह के पति और प्रतिनिधि वीरेंद्र सिंह बंटी ने सी.ओ. अजीत सिंह चौहान को प्रार्थना पत्र देकर कोतवाल पर धन उगाही और प्रतिष्ठान बंद कराने की धमकी का आरोप लगाया है।दिए गए ज्ञापन में बताया गया है कि उक्त प्रभारी निरीक्षक द्वारा 10 दिन पहले मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉलिंग करके प्रतिनिधि को कोतवाली बुलाया गया और होली के त्यौहार के नाम पर पैसे की मांग की गई।
शिकायतकर्ता ने बताया कि 50000 रुपए होली के उपहार स्वरूप भिजवा दिया गया। भिजवाई गई धनराशि कम होने से नाराज कोतवाल पर दुकान पर पुलिस भेज कर कर्मचारियों को अपमानित और प्रताड़ित करने का आरोप है ।प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि अधिसूचना जारी हो जाने पर पुलिस पूरे पावर में है। 23 मार्च 2024 की शाम करीब 3.30 बजे कॉल करके पैसे की डिमांड की गई तथा प्रतिष्ठा को मिट्टी में मिलाने की धमकी दी गई। इस घटना से व्यापारियों में दहशत का माहौल है।प्रभारी निरीक्षक की करतूत से व्यापारियों में आक्रोश व्याप्त है। व्यापारियों में असंतोष की भावना बढ़ गई है।क्षेत्राधिकारी से प्रभारी निरीक्षक के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर जांच और कार्रवाई की मांग की गई है।उक्त प्रकरण के संबंध में सीओ के सीयूजी नंबर पर कॉल करके जानकारी लेने की कोशिश की गई किंतु उनकी मोबाइल पहुँच से बाहर बता रही थी ।पुलिस अधीक्षक डॉ अजय पाल शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामले की जांच क्षेत्राधिकारी शाहगंज कर रहे हैं।जांच उपरांत आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।