उपदेश टाइम्स, हमीरपुर। मुस्करा कस्बा का 606 वर्ष पुराना हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक गुदरिया बाबा सैंरों मेला का मुख्य कार्यक्रम कोतवाली नामक कार्यक्रम के साथ शुरू हो गया।
कस्बा मुस्करा का गुदरिया बाबा सैरो का मेला मुख्य कार्यक्रम 11 दिसंबर दिन बुधवार से शुरू हो गया। यह मेला 606 वर्ष पुराना है। जो प्रतिवर्ष अगहन सुदी छठ से खेल तमाशा के साथ शुरू होता है। छठ को नटबिढ़िया निकलते हैं , दूसरे दिन चोर निकलते है, तीसरे दिन दिवारी होती है , चौथे दिन धुबयाई होती है, पांचवें दिन पमारो निकलता है, छठवें दिन मुख्य कार्यक्रम कोतवाली होता है। कोतवाली नामक कार्यक्रम का जुलूस बुधवार दिन में कस्बे के दर्जनों मुहल्लों से होते हुए निकला, इसमें बनरा, नागा, काली ,वहकटा आदि तमाशे निकले, इसमें राम दल में बंदर हनुमान का रूप व काली का स्वांग सीता की शक्ति का घोतक है। नागा और वहकटा को रावण का राक्षसी दल बताया जाता है।
ग्राम प्रधान महेंद्र प्रताप ने बताया कि 11 से 17 दिसंबर तक रात्रि में रामलीला का भव्य आयोजन किया जाएगा। 12 व 13 दिसंबर को विशाल दंगल का कार्यक्रम होगा। साथ ही एक सप्ताह तक चलने वाला मेला भी शुरू हो गया है।