जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट के नवीन सभागार में बाल विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा की गयी
कानपुर नगर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट के नवीन सभागार में बाल विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा की गयी। समीक्षा के दौरान संभव अभियान 2024 की भी समीक्षा की गयी जिसके कम में निर्देश प्रदान किये गये कि बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग मिलकर शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को अनिवार्य रूप से प्राप्त करें। संभव अभियान के सम्बन्ध में शासन द्वारा निर्धारित स्कोरिंग कार्ड में स्वास्थ्य विभाग के कार्यों पर 65 अंक एवं बाल विकास विभाग के कार्यों में 35 अंक प्रदान किये गये है। दोनो विभाग सैम बच्चों का प्रबन्धन एवं मातृ पोषण पर विशेष ध्यान देते कार्यवाही सुनिश्चित करें। सभी गर्भवती महिलाओं को पंजीकृत कराते हुये उनका नियमानुसार प्रसवपूर्व जांचे एवं आवश्यक इलाज एवं परामर्श प्रदान किया जाये।
बाल विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान पोषण ट्रैकर पर फीड की जाने वाली गतिविधियों के सम्बन्ध में प्रगति कम होने पर बाल विकास परियोजना अधिकारियों को कडी चेतावनी के साथ निर्देश प्रदान किये गये कि प्रत्येक माह शत-प्रतिशत फीडिंग सुनिश्चित की जाये।
आंगनबाडी केन्द्रों पर वितरित होने वाली ड्राई राशन एवं हॉट कुक्ड की समीक्षा करते हुये निर्देश प्रदान किये गये कि सभी केन्द्रों पर नियमानुसार समय से लाभार्थियों में ड्राई राशन का वितरण किया जाये एवं मुख्य सेविकाओं व बाल विकास परियोजना अधिकारियों के द्वारा नियमित रूप से सघन पर्यवेक्षण करना सुनिश्चित करें, किसी भी प्रकार की अनियिमितता मिलने पर कठोर कार्यवाही की जायेगी।
आंगनबाडी केन्द्र निर्माण की समीक्षा करते हुये पाया गया कि अभी तक वर्ष 2022-23 में प्राप्त स्वीकृति के सापेक्ष सम्बन्धित आंगनबाडी केन्द्रों का निर्माण कार्य पूर्ण नही हुये हैं। सभी खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश प्रदान किये गये कि सभी आंगनबाडी केन्द्र भवनोंका निर्माण कार्य माह अक्टूबर 24 में अनिवार्य रूप से पूर्ण करा लिया जाये। जिला कार्यकम अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि वर्ष 23-24 में 58 आंगनबाडी केन्द्रों के निर्माण की स्वीकृति प्राप्त हुयी थी, जिसके सापेक्ष अभी तक 15 केन्द्रों पर ही कार्य प्रारम्भ हुआ है। तत्कम में खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश प्रदान किये गये कि सम्बन्धित केन्द्रों का निर्माण कार्य शीर्ष प्राथमिकता में प्रारम्भ कराते हुये एक सप्ताह में सूचना उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें तथा सभी केन्द्रों को आदर्श केन्द्र के रूप में तीन माह के अन्दर तैयार कर विभाग को हस्तगत कराना सुनिश्चित करें।
लर्निंग लैब की समीक्षा करने पर बताया गया कि प्रथम चरण के अन्तर्गत 10 आंगनबाडी केन्द्रों को लर्निंग लैब के रूप से विकसित कर लिया गया है। द्वितीय चरण में जनपद में 79 केन्द्रों को लर्निंग लैब के रूप में विकसित करने हेतु लक्षित किया गया है। जिलाधिकारी द्वारा सभी खण्ड विकास अधिकारियों को तत्काल कार्य प्रारम्भ कराते हुये एक माह में सभी कार्य पूर्ण कराने के निर्देश प्रदान किये गये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया।