आदर्श ब्राह्मण फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष उपाध्याय ने पुरजोर उठायी “विप्र कल्याण बोर्ड” की मांग
ब्राह्मण उत्पीड़न रोकने और जरूरतमंद ब्राह्मणों के उत्थान के लिए आशुतोष उपाध्याय ने शुरू किया राष्ट्रीय जनचेतना अभियान
लखनऊ, शुक्रवार 6 सितम्बर। आदर्श ब्राह्मण फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष उपाध्याय ने शुक्रवार छह सितम्बर को स्थानीय डीएलएफ स्थित फाउण्डेशन कार्यालय में संवाददाताओं को बताया कि उनकी सरकार से मांग है कि ब्राह्मण उत्पीड़न रोकने और जरूरतमंद ब्राह्मणों के उत्थान के लिए जल्द से जल्द “विप्र कल्याण बोर्ड” का गठन किया जाए। इसके लिए वह राष्ट्रीय स्तर पर जनचेतना अभियान का संचालन कर रहे हैं। आशुतोष उपाध्याय, महाराष्ट्र शासन के विशेष कार्यकारी अधिकारी और सक्रिय समाजसेवी हैं।
संवाददाताओं से रूबरू होते हुए आदर्श ब्राह्मण फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष उपाध्याय ने मुख्य रूप से आठ सूत्रीय मांगों पर चर्चा की। उनकी आठ सूत्रीय मांग है कि सरकार द्वारा विप्र कल्याण बोर्ड का गठन जल्द से जल्द किया जाए। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ब्राह्मण समाज भवन की स्थापना की जाए। ब्राह्मणों के परस्पर पारिवारिक द्वंद्वों का निदान किया जाए। उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों के जान–माल की हर हाल में सुरक्षा की जाए। ब्राह्मणों के जमीन से जुड़ें विवादों का जल्द से जल्द निस्तारण कर उन्हें न्याय दिलवाया जाए। गरीब ब्राह्मणों को शिक्षा, रोजगार और चिकित्सा सुनिश्चित करवायी जाए। ब्राह्मणों के साथ किसी तरह से सामाजिक भेदभाव न किया जाए। आठवीं और अंतिम मांग के तहत आशुतोष उपाध्याय ने कहा कि एससी/एसटी एक्ट के तहत गलत मंतव्य से फंसाये गए ब्राह्मणों का उत्पीड़न रोका जाए। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों को संगठित करने के लिए वह राष्ट्र व्यापी अभियान का संचालन कर रहे हैं। उनके अनुसार अब जरूरी हो गया है कि ब्राह्मण जागरुक हो और संगठित हो। इस अभियान में कबीर जी महाराज सनातन फाउण्डेशन के सत्यम गुरुजी, मानवाधिकार सुरक्षा संघ के प्रदेश अध्यक्ष पंकज मिश्रा, आर्यन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज द्विवेदी सहित करुणा शंकर तिवारी, राम उग्र शुक्ला, तुलसीराम मिश्रा, धर्मेंद्र त्रिपाठी, योगेश मिश्रा, अभिषेक त्रिपाठी, क्रांति दुबे, पवन पांडे, आशुतोष त्रिपाठी, विश्वनाथ शर्मा, गोपाल राय, क्रान्ति दुबे, सेनानीजी, अविरल अग्निहोत्री, आशीष कुमार पांडे सहित अन्य शामिल हैं।
आशुतोष उपाध्याय