पेंशन नहीं लॉलीपॉप कहिए
आज उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ संबद्ध भारतीय मजदूर संघ के द्वारा न्यू वाशिंग लाईन के पास एक बैठक की गई। जिसमें भारतीय रेलवे मजदूर संघ के अखिल भारतीय कार्यालय मंत्री डी० के० चक्रवर्ती दादा का प्रवास हुआ। जहां युनियन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। हाल ही में सरकार द्वारा कर्मचारियों के लिए Unified Pension Scheme (UPS) लागू की गई है जिसपर कर्मचारी ने विचार मंथन किया। उन्होंने बताया कि युनिफाईड पेंशन स्कीम से कर्मचारियों को कुछ राहत तो मिली है परंतु यह केवल एक लॉलीपॉप है। भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में हम सब ने पुरानी पेंशन से संबंधित कई बड़ी बड़ी रैलियां दिल्ली में की एवं केंद्रीय मंत्रियों से इस संबंध में कई दौर की वार्ता चली है। जब सरकार पुरानी पेंशन पर राजी नहीं हो रही थी परंतु गारंटेड पेंशन देने की बात एवं नितियों में सुधार के ऑप्शन खोल रखे थे। परंतु हर दौर की बैठक पुरानी पेंशन से नीचे कुछ नहीं पर खत्म हो जा रही थी। कुछ और प्रयास करने की आवश्यकता थी परंतु रेलवे मान्यता चुनाव का समय नज़दीक देखते हुए दोनों मान्यता प्राप्त संगठनों ने रेलवे मान्यता चुनाव में इसका लाभ लेने के लिए जल्दबाजी में सरकार के सारे शर्त मानकर वहीं पेंशन स्कीम पर हस्ताक्षर कर के आ गए और कर्मचारियों को लॉलीपॉप थमा दिए। कुन्दन सिंह ने कहा मान्यता प्राप्त संगठनों में दूरदृष्टता की बहुत कमी है और यह आज से नहीं कई दशकों से है। 2004 में भी इसी प्रकार न्यू पेंशन स्कीम पर हस्ताक्षर कर के आ गए एवं कर्मचारियों को NPS के प्रति विश्वास दिलाने के लिए उसके ट्रस्टी भी बन बैठे। परंतु जैसे जैसे NPS की काली परत खुलती गई एवं कर्मचारियों को NPS के विरुद्ध मत देख इन दोनों मान्यता प्राप्त संगठनों ने कर्मचारियों को बेवकूफ बनाने के लिए NPS विरोध करना शुरू किया। जबकि केंद्र स्तर पर इनकी मंत्रीयों के साथ पुरानी पेंशन के लिए एक भी चर्चा नहीं की गई। यही बात उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ ने रेलवे कर्मचारियों को समझाती रही कि इनका पुरानी पेंशन से संबंधित विरोध कुछ नहीं सिर्फ और सिर्फ नौटंकी है। यह आपके चंदे की रसीद काटने, अपने कार्यकर्मों में भीड़ बढ़ाने, अपने फायदे के लिए प्रशासन पर दबाव बनाने एवं ठेकेदारों से वसूली करने के लिए, आपको पुरानी पेंशन, निजीकरण के नाम पर भीड़ बढ़ाने बुलाते हैं और अपने खुद के जिंदाबाद के नारे लगवाते हैं और भीड़ को दिखाकर अपनी प्रशासन, ठेकेदार पर दबाव बनाते हैं एवं पदवी बचाए रखते हैं। और आज 20 साल बाद भी 2024 में NPS के बाद UPS लेकर आ गए, जिस प्रकार ये दोनों संगठन NPS की बराई करते नहीं थकते थे उसी प्रकार आज भी UPS की बराई करते नहीं थक रहे हैं। हम आज भी कर्मचारीयों को अवगत करा रहे हैं कुछ दिन और रूकिए NPS की तरह सैकड़ों कमियां आपको दिखेगी। UPS की कई कमियां बैठक में बताई गई, जिसको लेकर भारतीय मजदूर संघ, भारतीय रेलवे मजदूर संघ एवं उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ बड़े स्तर पर कर्मचारियों के बीच जागरूकता अभियान चलाएगी ताकि कर्मचारी अभी से ही UPS के विरोध में एकमत होकर विरोध शुरू कर दें। जोनल उपाध्यक्ष मनोज कुमार झा जी ने बताया कि इस मान्यता के चुनाव में कर्मचारी यदि मुट्ठी बाली चक्र पर वोट देकर यदि हमारी युनियन को मान्यता में लाएगी तो हम पुरानी पेंशन लागू करने के लिए सरकार को अवश्य मजबूर कर देंगे। सहा मंडल मंत्री मनोज यादव ने बताया कि इस बार कर्मचारी दोनों मान्यता प्राप्त संगठनों के झाँसे में नहीं आने वाली है इस बार कर्मचारी खुद परिवर्तन चाह रही है और अभी वर्तमान में सर्वोत्तम विकल्प है मुट्ठी बाली चक्र निशान वाली उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ। आज के इस बैठक में प्रदीप सिंह राणा, एस एल मीणा, मनोज झा, मनोज यादव, प्रमोद भट्ट, कुन्दन सिंह, प्रशांत सिंह, बजरंगी दुबे, हरिशंकर पोरवाल आदि उपस्थित रहे।