संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार 2025-26 हेतु परिक्षेत्रीय स्तर पर तीन जनपद के बुनकर चयनित

कानपुर नगर, आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में गठित परिक्षेत्रीय हथकरघा पुरस्कार चयन समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में वर्ष 2025-26 हेतु संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार योजना के अन्तर्गत प्राप्त ऑनलाइन आवेदनों के क्रम में 43 बुनकरों द्वारा प्रस्तुत नमूनों (Samples) का परीक्षण किया गया। समिति द्वारा गहन परीक्षण उपरान्त 43 बुनकरों में से तीन उत्कृष्ट उत्पादों का चयन किया गया। चयनित बुनकरों के उत्पादों की संस्तुति प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार हेतु की गयी जिसमें मंडल स्तरीय प्रथम पुरस्कार रफीक अंसारी
द्वितीय पुरस्कार श्रीमती फरहीन
तृतीय खालिद परवेज़ अंसारी का चयन हुआ है, अब तीनों बुनकरों को राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए भेजा जाऐगा।
प्रदेश में लाखों दस्तकार एवं बुनकर अपनी कला एवं हुनर के बल पर प्रदेश की समृद्धि एवं सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। इसी कला से बुनकर भाई अपने जीवकोपार्जन के साथ-साथ प्रदेश व देश की अर्थव्यवस्था में भी योगदान दे रहे हैं। प्रदेश सरकार द्वारा बुनकरों के प्रोत्साहन एवं सम्मान हेतु संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत प्रथम पुरस्कार – ₹20,000/-, द्वितीय पुरस्कार – ₹15,000/- एवं तृतीय पुरस्कार – ₹10,000/- प्रदान किए जाने का प्रावधान है। इसके उपरांत जनपद के इन चयनित बुनकरों सहित अन्य जनपदों से चयनित बुनकरों की प्रदर्शनी का आयोजन मुख्यालय स्तर पर आयोजित राज्य स्तरीय प्रथम पुरस्कार – ₹1,00,000/-, द्वितीय पुरस्कार – ₹50,000/- तथा तृतीय पुरस्कार – ₹25,000/- कुल 12 राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि “जनपद के बुनकरों द्वारा निर्मित हथकरघा वस्त्र न केवल देश में, बल्कि विदेशों में भी अपनी विशिष्ट पहचान बनाए हुए हैं। इनके निर्यात से विदेशी मुद्रा अर्जित हो रही है तथा इससे जनपद का नाम रोशन हो रहा है। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हमारे दस्तकार और बुनकर अपनी कला से प्रदेश और देश की समृद्धि में योगदान दे रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि “प्रदेश सरकार निरंतर बुनकरों को प्रोत्साहन और सम्मान देने के लिए ठोस कदम उठा रही है। संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार योजना न केवल बुनकरों को उनके हुनर का सम्मान देती है बल्कि नई पीढ़ी को भी इस परंपरा से जुड़ने के लिए प्रेरित करती है। हमें विश्वास है कि हमारे बुनकर भविष्य में और भी उत्कृष्ट कार्य करेंगे और प्रदेश को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित करेंगे।”
बैठक में उपस्थित संयुक्त आयुक्त(उद्योग), कानपुर मण्डल, एस पी सिंह – सदस्य; प्रभारी, बुनकर सेवा केन्द्र, चौकाघाट, वाराणसी – सदस्य; सहायक आयुक्त (हथकरघा), कानपुर परिक्षेत्र – सदस्य/संयोजक; प्रोजेक्ट आफीसर, उ०प्र० राज्य हथकरघा निगम, कानपुर – सदस्य; क्षेत्रीय प्रबन्धक, यूपिका, कानपुर – सदस्य; बुनकर प्रतिनिधि नूर आलम एवं आशू सिंह – सदस्य समेत सहायक आयुक्त हथकरघा कानपुर परिक्षेत्र दीपक तिवारी व देवेश शुक्ल, उपस्थित रहे