ईश्वरीय स्वप्नाशीष सेवा समिति की ओर से सपना गोयल की अगुआई में धर्म रक्षा का ऐलान करते हुए चिनहट में तीसरी बार 2100 मातृशक्तियों द्वारा किया गया सामूहिक सुंदरकांड

सपना गोयल लखनऊ से लेकर भारत के विभिन्न तीर्थों तक पर करवा रही हैं
सुंदरकांड का सामूहिक पाठ
जिलों से लेकर दिलों तक को जोड़ रहा है सपना गोयल का “सुंदरकांड महा अभियान”
लखनऊ 1 मार्च। ईश्वरीय स्वप्नाशीष सेवा समिति की ओर से सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल की अगुवाई में चिनहट के रजत डिग्री कॉलेज के सामने स्थित भव्य “सनातन धाम लॉन” परिसर में शनिवार 1 मार्च को 2100 मातृशक्तियों द्वारा भव्य सामूहिक सुंदरकांड का पाठ किया गया। इसके माध्यम से इस संकल्प को दोहराया गया कि “सुंदरकांड महा अभियान, बने भारत की पहचान”। उनके अनुसार संतों और देवों की जन्मभूमि भारत को दोबारा उसकी खोई प्रतिष्ठा दिलवाने और उसे विश्व गुरु के रूप में पुन: स्थापित करने के लिए, सुंदरकांड पाठ महा अभियान का संचालन वृहद स्तर पर किया जा रहा है। इस महा अभियान के अंतर्गत प्रतिदिन सुंदरकांड का पाठ किया जा रहा है। इसके साथ ही हर मंगलवार और शनिवार को नजदीक के मंदिर परिसर में सामूहिक सुंदरकांड का पाठ मातृशक्तियों द्वारा सम्पन्न करवाया जा रहा है।
सपना गोयल के अनुसार चूंकि कि लंका के सुंदर पर्वत पर स्थित अशोक वाटिका में प्रभु राम भक्त हनुमान जी की प्रथम भेंट माता सीता से हुई थी और यह उस अध्याय की सबसे प्रमुख घटना थी इसीलिए पंचम अध्याय का नाम सुंदरकांड रखा गया। सुंदरकांड में हनुमान जी के मिलने से ही माता सीता के शोक का अंत हुआ था इसलिए जो कोई भी सुंदरकांड का पाठ करता है उसके समस्त दु:खों और भय का नाश हो जाता है। जीवन में कोई भी संकट आए तो सुंदरकांड का पाठ करना फलदायी होता है। इससे आत्मविश्वास ही नहीं बढ़ता बल्कि ग्रहों की दशा तक में सुधार आ सकता है। इसलिए जो सुंदरकांड का पाठ करता है उसका जीवन भी सुंदर हो जाता है। उन्होंने बताया कि लखनऊ के प्रत्येक क्षेत्र में मातृशक्तियों की शक्तिपीठ का गठन करके सुंदरकांड महा अभियान को व्यापक स्तर पर संचालित किया जा रहा है। चिनहट क्षेत्र में प्रीति चतुर्वेदी, रानी सिंह, सरिता रावत और सेवाधारी बहन प्रीति मिश्रा, सव्यापांडे, मीना भार्गव, किरन सिंह, चित्रलेखा, वीना नौटियाल सहित बड़ी संख्या में मातृशक्तियां धर्म सेवा से जुड़ीं हैं। शनिवार को आयोजित सामूहिक सुंदरकांड महा अभियान में उत्तराखंड की महिलाओं ने पारंपरिक गढ़वाली नृत्य प्रस्तुत कर सबकी प्रशंसा हासिल की वहीं बटुकों द्वारा प्रथम देव गणपति की वंदना भी की गई।
सपना गोयल द्वारा बिना किसी सरकारी या निजी सहयोग के, बीते साल 10 मार्च को महिला दिवस के उपलक्ष्य में पांच हजार से अधिक मातृशक्तियों द्वारा लखनऊ के झूलेलाल घाट पर सामूहिक सुंदरकांड का भव्य अनुष्ठान सम्पन्न करवाया गया था। सामूहिक सुंदरकांड का अभियान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वृहद रूप में निरंतर संचालित किया जा रहा है। इसके तहत नैमिषारण्य तीर्थ, उत्तराखंड कोटद्वार के प्रतिष्ठित प्राचीन मंदिर, सिद्धबली परिसर और काशी के बाबा विश्वनाथ मंदिर परिसर में भी सामूहिक सुंदरकांड पाठ का अनुष्ठान, सफलतापूर्वक आयोजित करवाया जा चुका है। अयोध्याजी जन्मभूमि परिसर में मातृशक्तियों द्वारा सामूहिक “मासिक सुंदरकाण्ड पाठ” का सिलसिला 11 सितम्बर से शुरू हो गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से लखनऊ की “ईश्वरीय स्वप्नाशीष सेवा समिति” की सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल को इसका दायित्व सौंपा गया है। बीते सप्ताह 21 से 26 फरवरी तक चिनहट स्थित सनातन धाम परिसर में वृहद कावड़ सेवा और हवन पूजन का भी संचालन किया गया।