कानपुर नगर उपदेश टाइम्स
बिल्हौर ब्लॉक में ग्राम विकास अधिकारी की जगह उसकी पत्नी काम करती मिली। इसकी वजह से पंचायत में विकास कार्य नहीं हो पा रहे थे। सीडीओ की समीक्षा बैठक में सचिव की लापरवाही सामने आई थी।
डीपीआरओ की रिपोर्ट के बाद डीडीओ ने सचिव को निलंबित कर दिया है। मामले की जांच के कल्याणपुर बीडीओ को सौंपी गई है। सचिव प्रदीप कुमार के पास अकबरपुर संग, ददारपुर कटहा और बेदीपुर गांवों की जिम्मेदारी थी। अगस्त महीने में उन्हें कल्याणपुर से बिल्हौर ब्लॉक भेजा गया था। तैनाती के 3 माह बाद भी वह फील्ड पर नहीं गए। इस पर ग्राम प्रधानों ने खंड विकास अधिकारी से शिकायत की थी। आरोप था कि सचिव की लापरवाही की वजह से स्वच्छ भारत मिशन, गोशाला निर्माण और मानदेय भुगतान नहीं हो पा रहे हैं। आरोप यह भी लगाया था कि पंचायतों में सचिव की जगह उनकी पत्नी काम करा रही हैं। डीपीआरओ और डीडीओ को भी इस संबंध में जानकारी दी गई थी। इधर एक सप्ताह पहले सीडीओ ने विकास भवन में विकास कार्यों की समीक्षा की तो सचिव की लापरवाही सामने आई। उन्होंने डीपीआरओ से जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। डीपीआरओ ने बीडीओ दिनेश वर्मा से जांच कराई तो पता चला कि गांवों में कराए जा रहे विकास कार्यों में सचिव रुचि नहीं ले रहे हैं। सचिव के सारे काम उनकी पत्नी करती हैं। वह सिर्फ सरकारी कागजों में सिग्नेचर करते हैं। डीपीआरओ ने जांच रिपोर्ट बनाकर डीडीओ गजेंद्र प्रताप सिंह को सौंपी थी, जिसके आधार पर सचिव को निलंबित कर दिया गया। निलंबन के दौरान सचिव प्रदीप कुमार को शिवराजपुर ब्लॉक में संबद्ध किया गया है।