कानपुर नगर उपदेश टाइम्स
संत लोंगोवाल फाऊंडेशन के अध्यक्ष सरदार हरमिंदर सिंह ने राम मोहन नायडू नगर विमानन मंत्री भारत सरकार को पत्र लिखकर सिख समाज की ओर से आपत्ति जताई है पत्र में हरमिंदर सिंह द्वारा बताया गया है कि भारत के नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो द्वारा देश के हवाई अड्डों पर सुरक्षा सेवाओं में नौकरी करने वाले अमृतधारी सिख कर्मचारियों के कृपाण पहनने पर रोक के जारी किए गए आदेश की तरफ आपका ध्यान आकर्षित कराते हुए इसे वापस लेने की मांग सिख समाज की तरफ से करते हैं, हमें आपके संज्ञान में लाना है कि उक्त आदेश सिखों की धार्मिक आजादी पर हमला ही नहीं अपितु सिख धर्म के धार्मिक जज्बातों से खिलवाड़ करने की साजिश भी प्रतीत होती है विदित हो कि भारत की आजादी में सिख धर्म की अहम भूमिका देश की आजादी के लिए 80 प्रतिशत कुर्बानियां भी सिख धर्म ने दी उसके बावजूद सिख धर्म की धार्मिक आजादी पर रोक की साजिशें रची जा रही है, कृपाण गुरु साहिब ने सिखों को ककार के रूप सिखों को ककार के रूप में प्रदान की गई जो सिख धर्म जीवन शैली का अभिन्न अंग है ऐसे में भारत के हवाई अड्डों पर तैनात अमृतधारी सिख कर्मचारियों को कृपाण धारण करने से रोका जाना जहां सिखों को अप्रत्यक्ष रूप से विभिन्न सेवाओं से पृथक करने का प्रयास है वहीं यह सिखों की धार्मिक भावनाओं को भी आहत करने वाला है अतः आप से सादर निवेदन करना है कि सिख धर्म के राष्ट्र के प्रति स्वर्णिम इतिहास और उनकी राष्ट्रवादी भावनाओं के सम्मान में उक्त आदेश की अपने स्तर से समीक्षा करते हुए इस पर रोक लगाने के निर्देश जारी करते हुए आदेश से आहत हुई सिख धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए तुगलकी फरमान को अविलंब वापस लेने की मांग करते है आशा है कि आप इस पर सहानुभूति पूर्वक विचार करेंगे