सेकेण्ड लेफ्टिनेंट विनोद कुमार गोस्वामी वीर चक्र (मरणोपरान्त)
वीरगति दिवस पर विशेष
देश अंग्रेजों की गुलामी और लूट से आजाद ही हुआ था। देश में तमाम आवश्यकताएं और समस्याएं मुंह बाए खड़ी थीं। देश अपनी ही समस्याओं को हल करने में उलझा था । इसी समय धोखेबाज चीन ने सीमा विवाद की आड़ में देश की सीमाओं पर हमला बोल दिया। हमारी सेना के पास मूलभूत सुविधाएं भी नहीं थीं लेकिन हमारे देश की सेना ने विभिन्न मोर्चों पर चीनी सेना को कड़ी टक्कर दिया। ऐसे ही एक टक्कर
4 गढ़वाल राइफल्स ने सेला पास के नजदीक दिया, जिसके बारे में जाना जरूरी है।
सेकेण्ड लेफ्टिनेंट विनोद कुमार गोस्वामी की यूनिट 4 गढ़वाल राइफल्स , 62 इन्फेंट्री ब्रिगेड के अंतर्गत सेला पास के नजदीक तैनात थी। 13 नवंबर 1962 को सेकेण्ड लेफ्टिनेंट विनोद कुमार गोस्वामी एक गश्ती दल का नेतृत्व कर रहे थे, उन्हें चीनी सैनिकों की गतिविधियों पर नजर रखने और उन पर प्रभावी कार्यवाही करने की जिम्मेदारी दी गयी थी । उन्होंने शाम को एक झोपड़ी के पास 20 चीनी सैनिकों को रात बिताने के मकसद से रूकते देखा। उन्होंने एक साहसिक कदम उठाते हुए चीनी सैनिकों को पकड़ने का फैसला किया। अंधेरा होने के बाद, सेकेण्ड लेफ्टिनेंट गोस्वामी अपने दल के सात सैनिकों के साथ नदी की ओर गए और एक अस्थायी पुल बनाने के लिए चट्टानों के बीच लट्ठों का उपयोग करके बड़ी धारा को पार करने में कामयाब रहे। झोपड़ी में चीनी सैनिक काफी आराम से थे क्योंकि उन्होंने तब तक भारतीय सैनिकों द्वारा किसी भी आक्रमण के बारे में सोचा भी नहीं था । झोपड़ी से कुछ गज की दूरी पर एक अकेला संतरी ड्यूटी दे रहा था। सेकेण्ड लेफ्टिनेंट गोस्वामी और उनके दो साथी धीरे धीरे संतरी के करीब आए और संतरी के सिर पर राइफल से प्रहार कर दिया और संतरी को पकड़ लिया। हाथापाई की आवाज सुनकर एक और चीनी सैनिक झोपड़ी से बाहर आ गया और उसने सेकेंड लेफ्टिनेंट गोस्वामी के दल पर फायर कर दिया , सेकेण्ड लेफ्टिनेंट गोस्वामी ने एक त्वरित कार्रवाई में उसे संगीन से मार गिराया । इसके बाद गश्ती दल की कवरिंग पार्टी ने फायरिंग और हैंड ग्रेनेड फेंकना शुरू कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप झोपड़ी के साथ-साथ गांव में भी अफरा-तफरी मच गई। सेकेण्ड लेफ्टिनेंट गोस्वामी ने यह महसूस किया कि संतरी को पकड़कर ले जाना संभव नहीं होगा, उसे मारने का फैसला किया। गश्ती दल 15 नवंबर 2019 की सुबह मुख्यालय लौट आया।
सेकेण्ड लेफ्टिनेंट गोस्वामी की यूनिट 4 गढ़वाल को नुरानांग में तैनात किया गया, जहाँ अल्फा और डेल्टा दोनों कंपनियाँ जांग क्षेत्र से आने वाली घुमावदार सड़क पर नियंत्रण रखती थीं। अल्फा कंपनी जो कि सेकेण्ड लेफ्टिनेंट सुरिंदर नाथ टंडन के नेतृत्व में थी उस पर 16 नवंबर 1962 को चीनी सैनिकों ने हमला कर दिया । सूबेदार उदय सिंह रावत के नेतृत्व में अग्रिम प्लाटून सबसे अधिक प्रभावित हुई क्योंकि चीनी सैनिकों का पहला हमला इसी प्लाटून पर हुआ। चीनी सैनिक मोर्टार और तोप के साथ हमला कर रहे थे और अल्फा कंपनी के पास गोला-बारूद समाप्त होने लगा। इस स्थिति में बटालियन मुख्यालय को अधिक गोला-बारूद भेजने के लिए संदेश भेजा गया। सेकेण्ड लेफ्टिनेंट गोस्वामी ने सूबेदार उदय सिंह की प्लाटून तक आवश्यक गोला-बारूद पहुँचाने की जिम्मेदारी स्वयं उठाई। आवश्यक गोला-बारूद मिलने के बाद अल्फा कंपनी ने कई चीनी हमलों को सफलतापूर्वक विफल कर दिया। 17 नवंबर 1962 को जब कंपनी पीछे हट रही थी उस समय सेकेण्ड लेफ्टिनेंट गोस्वामी गंभीर रूप से घायल हो गए और वीरगति को प्राप्त हो गए।
सेकेण्ड लेफ्टिनेंट विनोद कुमार गोस्वामी को उनकी वीरता , कर्त्तव्यपरायणता और नेतृत्व क्षमता के लिए वीर चक्र से सम्मानित किया गया। सेकेण्ड लेफ्टिनेंट विनोद कुमार गोस्वामी का जन्म 09 जुलाई 1941 को इलाहाबाद (प्रयागराज) में श्रीमती कौशल्या देवी गोस्वामी तथा श्री जे एल गोस्वामी के यहाँ हुआ था। । इन्होंने 18 दिसम्बर 1960 को भारतीय सेना की गढवाल राइफल्स में कमीशन लिया।
हमारे देश के सेकेण्ड लेफ्टिनेंट विनोद कुमार गोस्वामी जैसे जांबाज योद्धाओं की वीरता और बलिदान अब फाइलों तक ही सीमित रह गया है। इनके परिवार के बारे में जानकारी जुटाने के लिए इनके गृहनगर इलाहाबाद (प्रयागराज) और सेना की गैलेंट्री अवार्डस की वेबसाइट पर दर्ज जनपद कानपुर में जिम्मेदार कार्यालयों और उनके शीर्ष कार्यालयों में इनके परिवार के बारे में कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं है, जबकि उत्तर प्रदेश सरकार गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, विजय दिवस, सशस्त्र सेना झंडा दिवस आदि अवसरों पर वीरता पदक विजेताओं, वीर माताओं, वीर नारियों आदि को सैनिक प्रतिष्ठानों/ जिला सैनिक कल्याण कार्यालयों में बुलाकर सम्मानित करने और उनके परिजनों की समस्याओं को दूर करने की बात करती है लेकिन समस्या को जानना और दूर करना दूर की बात है, उनके बारे में सही जानकारी ही उपलब्ध नहीं है।
– हरी राम यादव
7087815074

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