नवरात्रि/दशहरा पर्व पर मिलावटी खाद्य पदार्थों की रोकथाम हेतु जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रवर्तन अभियान चलाया गया

जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देशानुसार आगामी नवरात्रि / दशहरा पर्व के अवसर पर मिलावटी खाद्य एवं पेय पदार्थों के विक्रय पर प्रभावी रोकथाम सुनिश्चित करने हेतु विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य व्रत उपवास में प्रयोग होने वाले खाद्य पदार्थों—विशेषकर मिठाई, दुग्ध उत्पाद, दही, कुट्टू का आटा, सिंघाड़े का आटा, सूखे मेवे एवं फलाहार की गुणवत्ता सुनिश्चित करना तथा हानिकारक रसायनों से कृत्रिम रूप से पकाए गए फलों (जैसे केला) एवं अन्य खाद्य सामग्री के भंडारण एवं विक्रय पर प्रतिबंध लगाना है।
सहायक आयुक्त (खाद्य)-II संजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा दिनांक 29.09.2025 को जनपद कानपुर नगर में प्रवर्तन कार्यवाही की गई, जिसके अंतर्गत विभिन्न प्रतिष्ठानों/निर्माण स्थलों से कुल 17 खाद्य नमूने संग्रहीत कर जांच हेतु प्रयोगशाला प्रेषित किए गए।
*संग्रहीत नमूनों का विवरण (संक्षेप में)*
सरसों का तेल – सरसौल, नौबस्ता, जूही
पनीर – श्याम नगर, काकादेव
खोया – सब्जी मंडी किदवई नगर
दही – काकादेव
बेसन – रावतपुर, जूही
घी एवं सोयाबीन ऑयल – जूही, साकेत नगर
रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरांत आवश्यकतानुसार खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
*संदेह के आधार पर सीज की गई खाद्य सामग्री*
1236 लीटर रिफाइंड सोयाबीन ऑयल (अनुमानित मूल्य ₹1,86,750/-) – किदवई नगर
65 लीटर सरसों का तेल (अनुमानित मूल्य ₹9,750/-) – नौबस्ता
दोनों ही प्रकरणों में सामग्री को खाद्य कारोबारकर्ताओं की अभिरक्षा में सीज किया गया है।
*आलू भंडारण केन्द्रों का निरीक्षण
हानिकारक रसायन/एसिड का प्रयोग कर आलू के छिलके पतले कर उन्हें कृत्रिम रूप से रंगकर ‘नई आलू’ के रूप में विक्रय की शिकायतों के आधार पर जनपद स्थित विभिन्न कोल्ड स्टोरेज का भी निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण में ससीराज, सावरिया, सलूजा, राधारानी, आनंदेश्वर, बाबा नीम करोली, सुनील, माँ देव कुँवर, महाना एवं जगदीश कोल्ड स्टोरेज (जनपद के विभिन्न स्थानों पर) से रंगीन आलू नहीं पाया गया।