भारत सरकार सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय एमएसएमई-विकास कार्यालय, कानपुर द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया

भारत सरकार, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, एमएसएमई-विकास कार्यालय, कानपुर द्वारा अपने कार्यालय परिसर में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों के लिए एमएसएमई मंत्रालय द्वारा मीसो प्रा0लि0 के तकनीकी सहयोग से एक दिवसीय विपणन एवं डिजिटल प्लेटफार्म ऑन बोर्डिंग प्रशिक्षण पर कार्यशाला आज दिनांक 25 अगस्त, 2025 को ऑडीटोरियम हॉल, एमएसएमई-विकास कार्यालय, कानपुर में आयोजित किया गया, जिसमें लगभग 112 विश्वकर्मा शिल्पकारों/कारीगरों ने भाग लिया, जिसमें डॉल एवं खिलौने बनाने वाले-12, सोनार-14, लोहार-11, बढ़ई-15, मोची-16, धोबी-18, नाई-08, दर्जी-18, कार्यक्रम के दौरान 20 पीएम विश्वकर्मा लाभार्थियों का मीशो प्रा0लि0 के प्लेटफार्म पर ऑनबोर्ड किया गया। एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन कार्यालय प्रमुख/संयुक्त निदेशक विष्णु कुमार वर्मा की अध्यक्षता में की गयी तथा मुख्य अतिथि के रूप में गौरव कटियार, संयुक्त निदेशक (पीएमवी),कार्यालय विकास आयुक्त (एमएसएमई), नई दिल्ली की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन सहायक निदेशक अविनाश कुमार अपूर्व के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का कोऑडीनेशन नीरज कुमार, सहायक निदेशक ने किया।
एस0के0पाण्डेय, सहायक निदेशक,एमएसएमई-विकास कार्यालय, कानपुर ने अपने स्वागत भाषण के सम्बोधन कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों, पीएम विश्वकर्मा लाभार्थियों, मीडिया के प्रतिनिधियों का स्वागत किया।
अभय सिंह, सहायक आयुक्त उद्योग, जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केन्द्र, कानपुर नगर ने अपने सम्बोधन में उ0प्र0 सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत पीएम विश्वकर्मा के तहत प्रशिक्षणार्थियों से अनुरोध किया कि आप 5 लाख तक ऋण बिना ब्याज के प्राप्त कर सकते हैं इसमें आपको सिर्फ 4.50 लाख रूपये ही वापस करने हैं।
नीरज कुमार, सहायक निदेशक/समन्वयक (पीएमवी) ने अपने सम्बोधन में पीएम विश्वकर्मा सम्बन्धित योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत किया जिसमें उन्होंने कहा कि भारत में 5 वर्ष में 30 लाख विश्वकर्मा कारीगरों को योजना के तहत लाभ पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया था परन्तु यह लक्ष्य लगभग 2 साल पूरे होने से पहले प्राप्त कर लिया गया है। उ0प्र0 में कुल विश्वकर्मा लाभार्थियों का पंजीकरण-177958, कौशल प्रशिक्षण प्राप्त विश्वकर्मा-128543, ऋण स्वीकृत विश्वकर्मा लाभार्थियों की संख्या-11335, ऋण आबंटित धनराशि 103.04 करोड़ रूपये, कुल टूलकिट का वितरण 42265, आंकडे़ प्रस्तुत करते हुए उन्होंने इसे एक सराहनीय कदम बताया।
भवानी शंकर परीदा, क्षेत्रीय प्रमुख, बैंक ऑफ बड़ौदा, कानपुर ने पीएम विश्वकर्मा से सम्बन्धित योजनाओं के ऋण सम्बन्धित आंकड़े उपस्थित विश्वकर्मा कारीगरों और शिल्पकारों को दिया जिसमें उन्होंने जोर देकर कहा कि बैंक सदैव आपको ऋण देने के लिए तत्पर है जिससे आप अपने उत्पाद को बेहतर बना सकें। विष्णु कुमार वर्मा, संयुक्त निदेशक, एमएसएमई-विकास कार्यालय, कानपुर ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कार्यक्रम में उपस्थित सभी विश्वकर्मा शिल्पकारों से कहाकि आपके व्यवसाय से संबंधित हर समस्या का समाधान करने के लिए एमएसएमई का यह कार्यालय हर वक्त आपके साथ तैयार खड़ा है, चाहे वह ऋण की समस्या हो या फिर तकनीकी दक्षता की हो उन सबको पूरा किया जायेगा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गौरव कटियार, संयुक्त निदेशक (पीएम विश्वकर्मा), कार्यालय विकास आयुक्त (एमएसएमई), नई दिल्ली ने अपने सम्बोधन कहाकि आधुनिक परिवेश में विश्वकर्मा बन्धुओं एवं देवियों का योगदान महत्वपूर्ण है इसके लिए भारत सरकार द्वारा आपके उत्पाद को डिजिटल प्लेटफार्म पर बेचने के लिए मीशो पंजीकरण करवाने हेतु यह कार्यशाला का उद्देश्य है जिससे विश्वकर्मा शिल्पकारों के उत्पाद भारत के किसी भी कोने में पहुंच सकें और बेचे जा सके जिसके फलस्वरूप उनके आय में वृद्धि हो सके। उन्होंने विश्वकर्मा लाभार्थियों से आग्रह करते हुए कहाकि आप एक सफल उद्यमी बनिये और अपने उत्पाद को उन्नत कर भारतीय बाजार में प्रतिस्पर्धा कर अपनी पहचान बनाने में सक्षम हो सकें।
तकनीकी सत्र के दौरान अभिषेक राणा, प्रतिनिधि, मीशो प्रा0 लि0 ने उपस्थित सभी विश्वकर्मा कारीगरों को ऑनलाइन पंजीकरण के लिए चरणशः जानकारी दिया जिसके फलस्वरूप विश्वकर्मा कारीगर अपने उत्पाद को ऑनलाइन के माध्यम से बेच सकते हैं।
अमित बाजपेयी, सहायक निदेशक, एमएसएमई-विकास कार्यालय, कानपुर द्वारा विशिष्ट अतिथिगणों एवं उपस्थित सभी विश्वकर्मा कारीगरों/शिल्पकारों सहित मीडिया के प्रतिनिधियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
कार्यक्रम में कार्यालय के के0पी0शील, सहायक निदेशक, संदीप कुमार गुप्ता, वरि0सां0अधिकारी, विवेक श्रीवास्तव, सहायक अग्रणी जिला प्रबन्धक, कानपुर, रजत कटियार एवं सुश्री अंकिता पाण्डेय, युवा पेशेवर/यंग प्रोफेशनल उपस्थित रहे।