घाटमपुर क्षेत्र में राहत और पुनर्वास का कार्य युद्द स्तर पर

कानपुर (घाटमपुर), जनपद कानपुर नगर अंतर्गत घाटमपुर तहसील के जलभराव प्रभावित गांवों में अब हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के निर्देश और अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व)/आपदा प्रभारी विवेक चतुर्वेदी की निगरानी में घाटमपुर क्षेत्र में राहत और पुनर्वास का कार्य पूरी रफ्तार में है। प्रशासन की ओर से बाढ़ प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता दी जा रही है। राजस्व विभाग की अगुवाई उपजिलाधिकारी अबिचल प्रताप सिंह कर रहे हैं, उनके साथ प्रभारी तहसीलदार अंकिता पाठक, दो नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, संग्रह अमीन और दो दर्जन लेखपालों की टीम लगातार फील्ड में सक्रिय है।
प्रशासन की ओर से बाढ़ पीड़ितों को शासन द्वारा निर्धारित मानक के अनुरूप राहत किट वितरित की जा रही है। आज ग्राम कटरी में विधायक सरोज कुरील और प्रभारी तहसीलदार ने सैकड़ों परिवारों को राहत किट दीं। इन किट्स में परिवार के भरण-पोषण और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लाई, चना, भुना चना, बिस्कुट, माचिस, मोमबत्ती, साबुन, बाल्टी, आलू, हल्दी, मिर्च, मसाले, नमक, तेल, सैनिटरी पैड, तौलिया, तिरपाल, आटा, चावल, दाल, कपड़ा, डेटॉल, मग व डिग्निटी किट समेत कुल 26 प्रकार की सामग्री शामिल है।
अधिकांश बाढ़ प्रभावित गांवों से अब पानी निकल चुका है। प्रशासन ने तुरंत सफाई और दवा छिड़काव शुरू करवा दिया है। खण्ड विकास अधिकारी ने एडीओ पंचायत के नेतृत्व में 12 टीम प्रभारियों और 50 से अधिक सफाईकर्मियों को जिम्मेदारी सौंपी है। फॉगिंग भी लगातार कराई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल टीमें लगातार गांवों में डटी हुई हैं। आज 193 लोगों का इलाज किया गया जबकि अब तक कुल 1072 मरीज देखे जा चुके हैं। वायरल बुखार, सर्दी-खांसी और पेट के रोगों के इलाज के साथ ओआरएस और क्लोरीन की गोलियाँ भी वितरित की जा रही हैं। चिकित्सा प्रभारी पवन सचान ने बताया कि दवाओं की कोई कमी नहीं है और दो एंबुलेंस 108 नंबर की तैनात हैं।
क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बहाल हो चुकी है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे बिजली के पोल्स और खुले तारों से दूरी बनाए रखें, विशेषकर सीलन वाली जगहों में। गांवों में प्रशासन ने लोगों को विषैले जीव-जंतुओं से सावधान रहने की अपील की है। चिकित्सा अधीक्षक को पर्याप्त मात्रा में एंटीवेनम और अन्य दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। अभी तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। अब कोई भी विद्यालय बाढ़ के पानी से प्रभावित नहीं है। खण्ड शिक्षा अधिकारी को केवल सुरक्षित भवनों में ही पठन-पाठन शुरू कराने के निर्देश दिए गए हैं।
उपजिलाधिकारी घाटमपुर अबिचल प्रताप सिंह ने बताया कि बाढ़ का पानी अब आबादी से बाहर जा चुका है। अब गाद, कीचड़ और संक्रमण से बचाव के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य और स्वच्छता से लेकर राहत वितरण तक सभी विभाग समन्वय से काम कर रहे हैं। किसी को कोई असुविधा न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।