जाति जनगणना प्रस्ताव पारित होने पर समाजवादियों ने खुशी मनाई

कानपुर, मोदी सरकार द्वारा जाति जनगणना लागू होने पर समाजवादी छात्र सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि यह पीडीए की जीत है। अखिलेश यादव के दबाव में सरकार को झुक कर यह फैसला लेना पड़ा जो स्वागत योग्य है। देश के कोने कोने से अब जाति जनगणना की आवाज उठाने लगी थी, सुनील यादव ने बताया कि बिहार में जाति जनगणना सर्वे के आंकड़ों को सार्वजनिक करने के बाद अब उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों में भी जाति जनगणना की मांग जोरों पर थी, पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक लोगो को उनके हक अधिकारों से वंचित रखना एवं बिना जातिगत जनगणना के नीति निर्धारण बेमानी है। सुनील यादव ने बताया कि गरीबों को अधिकारों से वंचित रखना समता मूलक समाज का हनन है, अगर जाति जनगणना नही कराई जाती तो सत्ता परिवर्तन निश्चित है, मुख्य रूप से एस एन गहरवार, ओसन सिंह, पेरियार कुलदीप सिंह, हरभजन, राजेश कश्यप , ऋषि कुमार आदि लोग मौजूद रहे। सबने एक मत में जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी का पूर्ण समर्थन किया। एवं समता मूलक समाज के लिए सरकारी व प्राइवेट नौकरियों में आरक्षण की सिफारिश करने का आवाहन किया।