: मां सिद्धिदात्री की पूजा करने का जाने मुहूर्त, मां की पूजा करने से यश ,बल ,अच्छी बुद्धि प्राप्त होती है

फर्रुखाबाद दैनिक उपदेश टाइम्स न्यूज़ ब्यूरो मनोज कुमार की विशेष रिपोर्ट
फर्रुखाबाद कमालगंज नवरात्रि की नवमी तिथि पर मां दुर्गा के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है और इसी के साथ नवरात्रि पर्व का आज समापन है। मां सिद्धिदात्री की पूजा, हवन और कन्या पूजन किया जाता है।
नवरात्रि नवमी पूजन विध नवरात्रि पर्व का समापन मां दुर्गा के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा मां सिद्धिदात्री के साथ होता है। इस साल नवरात्रि की नवमी 1 अक्टूबर 2025, बुधवार को मनाई जाएगी। इस दिन भक्त मां सिद्धिदात्री की पूजा के साथ हवन पूजन भी करते हैं और साथ ही कन्या पूजन भी किया जाता है। नवरात्रि की नवमी को कहीं महानवमी तो कहीं दुर्गा नवमी (Durga Navami) के नाम से मनाया जाता है। इस दिन सरस्वती बलिदान आयुध पूजा (Ayudh Puja), दुर्गा बलिदान (Durga Balidan) इत्यादि पर्व भी मनाए जाते हैं।
नवरात्रि नवमी पूजा मुहूर्त
महा नवमी – 1 अक्टूबर 2025, बुधवार
नवमी तिथि प्रारम्भ – 30 सितम्बर 2025 को 06:06 शाम
नवमी तिथि समाप्त – 01 अक्टूबर 2025 को 07:01 शाम
लाभ – उन्नति – 06:14 ए एम से 07:43 ए एम
अमृत – सर्वोत्तम – 07:43 ए एम से 09:12 ए एम
शुभ – उत्तम – 10:41 ए एम से 12:10 पी एम
लाभ – उन्नति – 04:38 पी एम से 06:07 पी एम
नवरात्रि का नौवां दिन मां दुर्गा अंतिम स्वरूप मां सिद्धिदात्री को समर्पित है नवरात्रि की नवमी तिथि 9 में दिन मां सिद्धिदात्री की विधि विधान से पूजा अर्चना करने के साथ ही हवन व कन्या पूजन किया जाता है धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां सिद्धिदात्री भक्तों की मनोकामनाओं को पूरा करती हैं और उन्हें यश, बल और धन प्रदान करती हैं मां सिद्धिदात्री की पूजा से सभी प्रकार की सिद्धियां प्राप्त होती हैं कहते हैं की मां सिद्धिदात्री की आराधना से ही सभी देवी देवताओं को सिद्धियां प्राप्त हुई है भगवान शिव ने भी मन की आराधना करके सिद्धियों को प्राप्त किया था सिद्ध दात्री की कृपा से ही भगवान शंकर का आधा शरीर देवी का हो गया और वह अर्धनारीश्वर कहलाए मां सिद्धिदात्री की पूजा करें तथा यश बल प्राप्त करें तथा पूजा विधि विधान से करने पर पापों का नाश होता है
मां सिद्धिदात्री के मंत्र
बीज मंत्र ॐ ऐं ह्रीं क्लीं सिद्धिदात्र्यै नमः॥
ध्यान मंत्र सिद्धगन्धर्वयक्षाद्यैः असुरैरमरैरपि. सेव्यमाना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी ॥
पूजन मंत्र ॐ देवी सिद्धिदात्र्यै नमः॥
जय माता दी ,जय माता दी जय माता दी,