निरीक्षण बिना अधूरी मानी जाएगी रिपोर्ट, डीएम ने दिया अल्टीमेटम

कानपुर नगर, सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में शनिवार को जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में डीएम का तेवर सख्त दिखा। उन्होंने निर्देश दिया कि रविवार को सभी नोडल अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में निर्माण कार्यों का निरीक्षण करें और दोपहर तक आख्या उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने साफ कहा कि निरीक्षण आख्या में परियोजना की वास्तविक प्रगति, निर्माण की गुणवत्ता और संभावित चुनौतियों का पूरा विवरण होना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि स्थल निरीक्षण के बिना दी गई प्रगति रिपोर्ट अधूरी मानी जाएगी।
बैठक में यूपी सिडको के अधिशासी अभियंता की अनुपस्थिति पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए उनके विरुद्ध शोकॉज़ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया।
डीएम ने कहा कि विकास कार्यों में ढिलाई किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार की प्राथमिकताओं से जुड़े कार्यों को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा करना सभी की जिम्मेदारी है।
एक करोड़ से अधिक लागत वाली परियोजनाओं का संयुक्त सत्यापन अनिवार्य
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि एक करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली परियोजनाओं का भौतिक सत्यापन नामित तकनीकी और प्रशासनिक अधिकारी संयुक्त रूप से करें। आवंटित परियोजनाओं की सत्यापन आख्या निर्धारित प्रारूप पर फोटोग्राफ सहित तैयार की जाए और 28 सितम्बर को अपराह्न 2 बजे तक परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण को उपलब्ध कराई जाए।
समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन, जिला पंचायत राज अधिकारी, डीसी एनआरएलएम सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।