जयपुरिया क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज का निर्माण अंतिम चरण में, दीपावली से पहले खुलेगा आवागमन,डीएम ने किया निरीक्षण, दिए आवश्यक निर्देश

जयपुरिया स्कूल के पास स्थित क्रॉसिंग नंबर–43 पर बन रहा रेल उपरिगामी सेतु अब अंतिम चरण में है। मंगलवार को जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने मौके पर पहुँचकर कार्यों का औचक निरीक्षण किया। राजकीय सेतु निगम के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि 30 सितंबर तक एप्रोच मार्ग भी पूरा हो जाएगा। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि दीपावली से पहले माननीय जनप्रतिनिधियों से पुल का लोकार्पण कराकर इसे जनता की सुविधा के लिए खोला जाए।
करीब 992 मीटर लंबे इस ओवरब्रिज से सर्किट हाउस से पनचक्की चौराहे तक की कनेक्टिविटी में बड़ा बदलाव आएगा। अभी तक रेलवे फाटक बंद होने पर यहाँ रोज़ जाम लगता था और स्कूली बसों, दफ्तर जाने वालों व एंबुलेंस तक को लंबा इंतज़ार करना पड़ता है। पुल शुरू होने के बाद प्रतिदिन करीब डेढ़ लाख लोगों को सीधी राहत मिलेगी और शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में बड़ी सुधार आएगा।
यह परियोजना कानपुर की ज़रूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी। जयपुरिया क्रॉसिंग पर सुबह–शाम की स्थिति सबसे अधिक गंभीर रहती थी। फाटक बंद होने पर जाजमऊ और फूलबाग से आने–जाने वाले वाहनों की लंबी कतारें लग जाती थीं। बच्चों का समय बर्बाद होता और नागरिकों को रोजाना परेशानी झेलनी पड़ती। अब ओवरब्रिज बनने से यह पूरा इलाका जाम की समस्या से मुक्त होगा।
पुल का मुख्य ढांचा रेलवे विभाग ने तैयार किया है और एप्रोच मार्ग का काम सेतु निगम कर रहा है। अधिकारियों के मुताबिक 98 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है और शेष तेजी से निपटाया जा रहा है। पुल शुरू होने के बाद माल रोड और आसपास की कॉलोनियों तक आवागमन पहले से कहीं अधिक सुगम हो जाएगा।
निरीक्षण के दौरान स्थानीय लोगों ने भी खुशी जताई। उनका कहना था कि बरसों की मांग अब पूरी होने जा रही है। अब आने-जाने में अनावश्यक देर नहीं होगी और हर रोज़ के जाम से निजात मिलेगी।