घायल बीमार गौवंशों के लिये वरदान है वेटनरी हास्पिटल व ट्रामा सेंटर

वर्तमान में नगर आयुक्त के निर्देश के क्रम मे कानपुर नगर निगम द्वारा 24×7 एम्बुलेंस तैनात कर शहर के विभिन्न क्षेत्रो से घायल, बीमार, असाध्य तथा चोटहिल गौवंश को चिकित्सा हेतु किशनपुर स्थित वेटनरी हास्पिटल व ट्रामा सेण्टर तथा एस0पी0सी0ए0 मे लाया जाता है। यह शिकायतें नगर निगम के उच्चाधिकारियों के नम्बरों पर, आई0जी0आर0एस0. तथा कण्ट्रोल रूम के नम्बरों 05122526004 एवं 8601801104 पर जनप्रतिनिधियों, पशुप्रेमियों, पुलिस विभाग व आम जनमानस द्वारा प्राप्त की जाती है। घायल व बीमार गौवंशों को ट्रामा सेण्टर मे रखकर इलाज व देखभाल की जाती है जिसके लिये दो वेटनरी डाक्टर, डा0 हरीकान्त पटेल (पशुचिकित्सा अधिकारी पशुपालन विभाग) तथा डा0 प्रदीप दीक्षित (एम0वी0एस0सी0 सर्जरी पशुचिकित्सक) की नियुक्ति की गयी है। ट्रामा सेण्टर पर ही मेडिकलस्टोर बना कर प्रतिदिन उपयोग मे लायी गयी दवाइयों का भण्डार किया जा रहा है तथा उचित देखभाल हेतु दो पैरावेट की भी तैनाती की गयी है। शहर की आबादी एवं विस्तृत क्षेत्रफल तथा पशुओ की बढ़ती संख्या के दृष्टिगत वेटनरी हास्पिटल तथा ट्रामा सेण्टर के क्षमतावृद्वि का डी0पी0आर0 शासन को भेजा जा चुका है। समय-समय पर पुलिस द्वारा भी अवैघ रूप से तस्करी किये जा रहे भैंस आदि पशुओं को पकड़कर के करके वेटनरी हास्पिटल तथा ट्रामा सेण्टर और गौशाला मे ही संरक्षित कर इलाज व देखभाल की जाती है।
इन्ही माध्यमों से प्राप्त कुत्तो की शिकायतो के निस्तारण तथा बधियाकरण कार्य हेतु क्षमतावृद्वि करके ए0बी0सी0 सेण्टर किशनपुर अब अपनी पूर्ण क्षमता से संचालित किया जा रहा है। जिसमें प्रतिदिन लगभग 60 कुत्तों का बधियाकरण किया जा रहा है। .इस कार्य हेतु शहर मे 05 डाॅग कैचिंग वाहन मय दस्ते सहित तैनात किय गये है। जिसमें 15 कर्मचारी तैनात किये गये हैै। ए0बी0सी0 सेण्टर किशनपुर मे शिकायतों के निस्तारण से प्राप्त पागल व कटखने कुत्तों को भी रखने की व्यवस्था की गयी है जहाॅ उचित प्रबन्धन में रखकर उनके व्यवहार की भी जाॅच की जाती है। बधियाकरण के द्वारा ही श्वानों के व्यवहार मे मानवीय तरीके से सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है तथा स्वानों की जनसख्या में कमी लाकर मानव श्वान संघर्षो को कम किया जा सकता है।