पीड़ित एयरफोर्स सैनिक ने प्रधानमंत्री से लगाई न्याय की गुहार, कहा– “मुझे सिर्फ 15 मिनट सुन लो”

कानपुर /जैसलमेर
भारतीय वायुसेना में सेवा दे चुके जैसलमेर निवासी पूर्व सैनिक मेघ सिंह भाटी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक भावुक पत्र लिखकर सिर्फ 15 मिनट तक अपनी बात सुनने की गुहार लगाई है। उनका आरोप है कि एयरफोर्स में सेवा के दौरान उन्हें उनके वेतन भत्ते, पोस्टिंग क्लेम, शिक्षा भत्ता और छठे वेतन आयोग के लाभों से वंचित किया गया। सेवा संख्या 819444-टी वाले पूर्व सैनिक भाटी ने बताया कि उन्होंने 455000 रुपये की राशि ईमानदारी से वायुसेना को लौटाई, फिर भी उन्हें उनके वाजिब अधिकार नहीं दिए गए। जब उन्होंने अपने संवैधानिक अधिकारों की मांग को लेकर जोधपुर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, तो उन्हें वायुसेना की ओर से चेतावनी पत्र थमा दिया गया। मेघ सिंह ने आरोप लगाया कि वायुसेना के कुछ अफसरों ने उन्हें साफ कह दिया कि “तुम जैसे सैनिकों को कोर्ट में जाने का अधिकार नहीं है, जाकर मोदी से या कोर्ट से ले लेना।”
पत्र में उन्होंने लिखा–
ईमानदारी और संवैधानिक अधिकारों की माँग करना क्या इतना बड़ा अपराध है कि मुझे और मेरे परिवार को 2006 से अब तक तिल-तिल कर जीने को मजबूर कर दिया गया? मेरी बच्चियों का भविष्य भी बर्बाद कर दिया गया।”पीड़ित सैनिक ने कहा कि वे सिर्फ 15 मिनट की निष्पक्ष जाँच या मौका देकर अपना पक्ष रखने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की है कि देश की रक्षा करने वाले सैनिक की पीड़ा को गंभीरता से लिया जाए और उन्हें न्याय दिलाया जाए।