मार्निंग वाक पर निकला युवक बेसुध हालत में पहुंचा घर, रात में लगाई फांसी

हमीरपुर : शनिवार की सुबह से लापता युवक बेसुध हालत में शाम को घर पहुंचा तो परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां उसे काफी देर तक भर्ती रखकर इलाज किया गया। देर रात घर पहुंचे इस युवक ने अपनी मां के कमरे को बाहर से बंद करके फांसी लगा ली। इससे परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक के परिजन सवेरे अपहृत करने वालों को युवक की मौत का दोषी बता रहे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
शहर के रमेड़ी तरौस निवासी 27 वर्षीय प्रशांत प्रजापति रोज की तरह शनिवार की सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकला था। आठ बजे तक उसकी वापसी हो जाती है, लेकिन कल जब वह नहीं आया तो परिजन उसकी तलाश में जुट गए। सुबह 11 बजे के आसपास कोतवाली में प्रशांत की गुमशुदगी की सूचना दी गई। दिन के तीन बजते-बजते प्रशांत बेसुध हालत में घर पहुंच गया। जिसे परिजनों ने पुलिस को सूचना देने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया। रात दस बजे तक प्रशांत जिला अस्पताल में भर्ती रहा। इसके बाद परिजन उसे डिस्चार्ज कराकर घर ले गए। प्रशांत के पिता चेतराम प्रजापति की मौत हो चुकी है। प्रशांत अपनी मां ममता का इकलौता वारिस था। देर रात प्रशांत ने मां के कमरे को बाहर से बंद किया और दूसरे कमरे में जाकर फांसी लगा ली। सवेरे उसका शव फंदे से लटका मिलने से हड़कंप मच गया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। इधर, मृतक के दादा रामबिहारी और रामबहादुर ने बताया कि प्रशांत ने अस्पताल में उन लोगों को जानकारी दी थी कि मॉर्निंग वॉक से लौटते समय उसे तीन बाइक सवार अपने साथ उठा ले गए थे। उसे जबरिया सफेद रंग का पाउडर खिलाया था। जिससे उसे कुछ होश नहीं रहा। जब होश आया तो उसने खुद को सिंहमहेश्वर मंदिर के पास यमुना के किनारे पाया था। जहां से वह घर पहुंचा था। परिजनों ने उन्हीं युवकों को प्रशांत की मौत का जिम्मेदार ठहराया है। इस संबंध में कोतवाल राकेश कुमार का कहना है कि शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। मौत का कारण स्पष्ट न होने पर बिसरा प्रिजर्व किया गया है। परिजनों ने जो सूचना दी है, उसी के हिसाब से पुलिस रानी लक्ष्मीबाई पार्क में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही है।