अहिल्याबाई होल्कर की कानपुर कचहरी में अधिवक्ताओं ने 300 वी जयन्ती मनाई

कानपुर :- पूरे देश में जहां आज़ पूरे हर्षोल्लास के साथ राष्ट्र माता अहिल्याबाई होल्कर की जयन्ती मनाई जा रही हैं वहीं एशिया की सबसे बड़ी बार कानपुर में अधिवक्ताओं ने राष्ट्र माता अहिल्याबाई होल्कर की जयन्ती हर्षोल्लास के साथ मनायी। कानपुर कचहरी में चेम्बर नम्बर 100 में अधिवक्ताओं ने राष्ट्र माता अहिल्याबाई होल्कर की जयन्ती मनाते हुये कहा की जब हिन्दू धर्म पतन की ओर था तब राष्ट्र माता अहिल्याबाई होल्कर ने हिन्दू मंदिरों का पुनरोद्धार कराया और नये मंदिरों की स्थापना करायी समूचे हिन्दू समुदाय को राष्ट्र माता अहिल्याबाई होल्कर का ऋणी होना चाहिये क्योंकि उन्होंने हिन्दू मंदिरों का पुनरोद्धार कर हिन्दू धर्म का परचम फहराया।
जयन्ती को संबोधित करते हुये कानपुर कचहरी के वरिष्ठ अधिवक्ता सियाराम पाल एडवोकेट ने कहा की राष्ट्र माता अहिल्याबाई होल्कर की न्यायप्रियता की ख्याति दूर दूर तक फैली हुयी थी एक बार का दृष्टांत आता हैं की उनके सगे पुत्र के द्वारा एक बार एक मूक जानवर की हत्या हों जाती हैं तब वह न्याय की पराकाष्ठा का उदाहरण पेश करते हुये अपने पुत्र को भी मृत्यु दण्ड की सजा दें देती हैं जब एक गाय उनके रथ के सामने आ जाती हैं तब वह अपने पुत्र को माफ करती हैं। राष्ट्र माता अहिल्याबाई होल्कर की कीर्ति पताका चारों ओर फैली हुई थी।
आज़ के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सर्वश्री सियाराम पाल एडवोकेट महेंद्र पाल एडवोकेट राघुवेन्द्र सिंह पाल राम सहाय पाल एडवोकेट उमाशंकर त्यागी एडवोकेट शिव प्रकाश पाल एडवोकेट बनवारी लाल पाल एडवोकेट शिव करन यादव एडवोकेट शाकिर अली एडवोकेट बाबूराम सचान एडवोकेट नीरज पासी एडवोकेट विशाल पाल एडवोकेट अंकुर पाल एडवोकेट दीपेंद्र पाल व परमीत पाल एडवोकेट उच्च न्यायालय इलाहाबाद सहित सैकड़ों अधिवक्ता उपस्थित रहे।