जगत गुरु शंकराचार्य पर एक द्विवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन
कानपुर नगर उपदेश टाइम्स
भारतीय भाषा समिति भारत सरकार शिक्षा मंत्रालय विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान एवं डीबीएस कॉलेज कानपुर के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय राष्ट्रीय व्याख्यान माला भारत की एकता और एकात्मकता में जगतगुरु श्री शंकराचार्य के योगदान विषय पर आयोजित की गई व्याख्यान माला का संचालन करते हुए डॉक्टर अनीता निगम ने स्वागत भाषण के लिए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर अमित मिश्रा को आमंत्रित किया। प्रोफेसर मिश्रा ने स्वागत वक्तव्य के साथ ही आदि शंकराचार्य के जीवन से जुड़े कुछ रोचक एवं अनुकरणीय प्रसंग को मंच के माध्यम से साझा किया। व्याख्यान के विषय की प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए डॉक्टर प्रत्युष वत्सला द्विवेदी ने कहा कि आदि शंकराचार्य द्वारा की गई एकात्म की संकल्पना हमारे वर्तमान व भविष्य के लिए धरोहर है व्याख्यान माला में विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रोफेसर विनोद पांडे व प्रोफेसर जयशंकर पांडे मौजूद रहे प्रोफेसर विनोद पांडे ने अपने वक्तव्य में बताया कि जिस समय भारतीयता और हिंदुत्व की जड़े चरमरा रही थी उस समय आदि गुरु द्वारा सनातन धर्म की पुनर्स्थापना एक महान योगदान है व्याख्यान माला को आगे बढाते हुए जयशंकर पांडे ने कहा कि शंकराचार्य जी ने हिंदुत्व को पौराणिक धर्म से जोड़कर उपनिषदों की ओर उन्मुख कर दिया व्याख्यान माला की मुख्य अतिथि प्रोफेसर निरुपमा त्रिपाठी ने अपने वक्तव्य में बताया कि शंकराचार्य ने सामर्थ्य और तार्तिक पद्धति से वेदांत की ऐसी जीवंत व्याख्या की जिससे वेदांत अपने नए संदर्भों को परिभाषित करते हुए सर्वाधिक मानवीय प्रतीत होने लगा व्याख्यान माला के अंत में महाविद्यालय के इक एक संबंधित प्रोफेसर के के श्रीवास्तव ने विशिष्ट अतिथि व मुख्य अतिथि समेत समस्त सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया व्याख्यान माला में महाविद्यालय के शिक्षक प्रोफेसर विजय खरे प्रोफेसर सुनील उपाध्याय प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शुक्ला प्रोफेसर आरके त्रिपाठी प्रोफेसर स त्रिपाठी प्रोफेसर नीलम बाजपेई प्रोफेसर रंजन श्रीवास्तव प्रोफेसर राजीव सिंह डॉक्टर अनीता सिंह डॉक्टर गौतम हॉल डॉक्टर अनीता निगम डॉक्टर अनुपम दुबे डॉक्टर महेंद्र कुमार डॉक्टर ज्ञान प्रकाश डॉक्टर मोनिका गुप्ता डॉक्टर मंजू भास्कर शिवनारायण सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।