फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत सामूहिक दवा सेवन अभियान कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य विकास अधिकारी कानपुर नगर द्वारा किया गया

कानपुर फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत सामूहिक दवा सेवन अर्थात एम.डी.ए. अभियान के तहत जनपद में आई.डी.ए. (ट्रिपल ड्रग थेरेपी) कार्यक्रम का शुभारंभ बिधनू ब्लॉक के चाचा नेहरू इंटर कॉलेज- मझावन से श्रीमती दीक्षा जैन, मुख्य विकास अधिकारी , कानपुर नगर द्वारा किया गया। शुभारंभ कार्यक्रम में डॉ० हरिदत्त नेमी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कानपुर नगर, डॉ० रमित रस्तोगी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कानपुर नगर, डॉ० राजेश्वर तथा डॉ० कैलाश चंद्र, उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी, कानपुर नगर, डॉ० नीरज सचान, चिकित्सा अधीक्षक, सामु० स्वा० के०- बिधनू कानपुर नगर, श्रीमती उषा देवी, ग्राम प्रधान-मझावन (बिधनू), डॉ० मनीष अवस्थी, पशु चिकित्सा अधिकारी, अरुण कुमार सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी, कानपुर नगर, श्रीमती रत्ना श्रीवास्तव, सी.डी.पी.ओ. बिधनू, कानपुर नगर सुनील त्रिवेदी, बी.ई.ओ., बिधनू, कानपुर नगर, केसरी चंद्र, ए.डी.ओ. बिधनू, कानपुर नगर, भूपेंद्र सिंह, सहायक मलेरिया अधिकारी, कानपुर नगर, उदय प्रताप सिंह तथा विवेक श्रीवास्तव वरिष्ठ मलेरिया निरीक्षक, कानपुर नगर, समस्त मलेरिया निरीक्षक, कानपुर नगर, तथा स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारियों के साथ-साथ सहयोगी संस्थाओं से डॉ० राहुल, प्रतिनिधि – डब्लू०एच०ओ०, डॉ० शिवकांत, रीजनल कोऑर्डिनेटर-पाथ, प्रशून कुमार द्विवेदी, स्टेट प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर सी-फार, अंकुर द्विवेदी, कोऑर्डिनेटर पी.सी.आई., महेंद्र सिंह, फाइलेरिया नेटवर्क सदस्य सहित अन्य कर्मचारीगण / प्रतिनिधि कर्मचारी उपस्थित रहे। शुभारंभ कार्यक्रम में उद्घाटन समारोह निम्नलिखित चरणों में पूर्ण हुआ-
सर्वप्रथम मुख्य अतिथि के रूप में पधारीं मुख्य विकास अधिकारी को श्रीमती आयुषी द्विवेदी, मलेरिया निरीक्षक द्वारा अभियान से संबंधित कैप लगाकर उनका कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर स्वागत किया गया।
तदोपरांत मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं फाइलेरिया रोगी (महेन्द्र सिंह ) के साथ संयुक्त रूप से रिबन काटकर अभियान का शुभारंभ किया गया।
तदोपरांत मुख्य अतिथि एवं अन्य मंचासीन अधिकारियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ कार्यक्रम को गति प्रदान की गई।
इसके बाद ग्राम प्रधान श्रीमती उषा देवी ने मुख्य अतिथि को तथा चिकित्सा अधीक्षक बिधनू डॉ. नीरज सचान द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पुष्प गुच्छ देकर कार्यक्रम में अपना बहुमूल्य समय देने के लिए उनका सम्मान किया गया।
इसके बाद अरुण कुमार सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी द्वारा अभियान की जानकारी दी गई। जिसमें उन्होंने बताया कि प्रशिक्षित कर्मियों द्वारा अभियान के 10 दिनों में घर-घर जाकर सभी लाभार्थियों को फाइलेरिया रोग से बचाव की दवा का सेवन कराया जाएगा। सभी लोग दवा का सेवन, खाना खाने के बाद ही करें। गर्भवती महिलाओं, अत्याधिक बीमार और 2 साल से नीचे के बच्चों को यह दवा नहीं दी जाएगी।
उन्होंने आगे बताया की 1 साल से 2 साल तक के बच्चो को केवल अल्बेंडाजोल की खुराक दी जाएगी। अभियान के दौरान यदि किसी लाभार्थी में दवा सेवन के बाद कोई रिएक्शन या अन्य प्रकार की गतिविधि दिखाई देने पर RRT टीमों द्वारा उसका निराकरण कराया जाएगा।
तदोपरांत मुख्य अतिथि द्वारा अभियान के संबंध में कंपोजिट विद्यालय- मटियारा, बिधनू के विद्यार्थियों (गौरव कक्षा 5 के, आस्था कक्षा 4 की, ओम कक्षा 5 के) द्वारा पोस्टर के माध्यम से जागरूकता दिए जाने हेतु बनाए गए उत्कृष्ट चित्रों के आधार पर प्रोत्साहन उपहार भेंट किया गया।
इसके पश्चात् मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा अभियान के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि शुभारंभकार्यक्रम का स्थल का चयन पिछले नाइट ब्लड सर्वे राउंड की गतिविधि में जनपद में सर्वाधिक फाइलेरिया धनात्मक रोगियों की संख्या मझवां बिधनू ब्लॉक से ही प्राप्त होने के कारण, इस ग्राम सभा का चयन शुभारंभस्थल के लिए किया गया है। सभी जनमानस से विशेष रूप से अपील की गई की इस रोग की भयावता और इसके लाइलाज होने के कारण दवा का सेवन अवश्य करें, जिससे इस रोग के होने से बचा जा सके। जनसामान्य किसी भी प्रकार की भ्रांति में ना पड़े, किसी के बहकावे में ना आए। खुद भी दवा खाएं और अपने आस पड़ोस के लोगों को भी इस दवा के सेवन हेतु प्रोत्साहित करें। उन्होंने यह भी बताया कि यह अभियान इस बार जनपद के आठ ब्लाकों तथा तीन शहरी क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों के अंतर्गत किया जाएगा।
तदोपरांत मुख्य अतिथि द्वारा अपने उद्बोधन में अभियान के संबंध में दी गई जानकारी के अनुरूप वहां उपस्थित समस्त जनसामान्य एवं अन्य सभी से फाइलेरिया रोग से बचाव की दवा का सेवन करने हेतु अपील की गई। जिससे कि यह रोग उत्पन्न ना हो सके, यद्यपि यह रोग मृत्यु कारक नहीं है किंतु इससे एक सामाजिक दुराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, एक विकलांगता की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जिससे बचाव के लिए दवा का सेवन करना अति आवश्यक है और सभी को दवा का सेवन किया जाना चाहिए।
इसके पश्चात मुख्य अतिथि ने वहां उपस्थित समस्त जन समुदाय को फाइलेरिया रोग से बचाव हेतु दवा सेवन किए जाने हेतु शपथ दिलवाई इसके बाद मुख्य अतिथि महोदया ने वहां उपस्थित जनसामान्य को दवा सेवन कराते हुए अभियान का विधिवत शुभारंभ किया तथा वहां उपस्थित क्षेत्र के फाइलेरिया ग्रसित पांच रोगियों को रोग की इस स्थिति में नियंत्रण रखे जाने हेतु मोर्बिडिटी मैनेजमेंट किट अर्थात MMDP किट का वितरण किया।
अंत में जिला मलेरिया अधिकारी द्वारा वहां उपस्थित समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों एवं अन्य लोगों को कार्यक्रम में उपस्थित होकर शुभारम्भ कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु सभी का आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया।