मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती दीक्षा जैन की अध्यक्षता में आज राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आर०बी०एस०के०) की समीक्षा बैठक आयोजित की गई

कानपुर नगर, मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती दीक्षा जैन की अध्यक्षता में आज राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आर०बी०एस०के०) की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी (आई०सी०डी०एस०), जिला प्रोवेशन अधिकारी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा जी०एस०वी०एम० मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे। बैठक में कार्यक्रम की प्रगति पर विस्तृत चर्चा हुई और कई महत्वपूर्ण निर्देश प्रदान किए गए।
मुख्य विकास अधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भीतरगाँव की टीम द्वारा किए गए सीमित भ्रमण एवं स्वास्थ्य परीक्षण पर रोष व्यक्त किया और सम्बन्धित चिकित्सा अधीक्षक को चेतावनी पत्र निर्गत करने का निर्देश दिया। यह भी स्पष्ट किया गया कि यदि सुधार न हुआ तो प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी। इसी प्रकार, कल्याणपुर एवं बिल्हौर की टीम द्वारा मात्र 28 प्रतिशत बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किए जाने पर गंभीर असंतोष जताया गया। निर्देश दिया गया कि आगामी जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक से पूर्व ब्लॉक स्तरीय बी०टी०एफ० एवं टी०टी०एफ० का आयोजन कर गहन समीक्षा की जाए। कल्याणपुर टीम को 4 डी० बच्चों की कम संख्या संदर्भित करने पर निन्दा प्रस्ताव दिया गया।
मुख्य विकास अधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी विकास खण्डों में उपलब्ध बच्चों की संख्या, सी०डी०पी०ओ० और खण्ड विकास अधिकारी के हस्ताक्षर सहित, सम्बन्धित चिकित्सा अधीक्षकों को उपलब्ध कराई जाए। साथ ही, जिन टीमों ने स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों का भ्रमण नहीं किया है उनकी सूची तत्काल प्रस्तुत करने के आदेश दिए गए।
अपर/उप मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि भ्रमण कार्यक्रम तैयार कर आर०बी०एस०के० टीमों की जी०पी०एस० आधारित मॉनिटरिंग की जाए। मुख्य विकास अधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर औचक निरीक्षण किए जाएं और प्रतिदिन फोटो के आधार पर गतिविधियों की समीक्षा हो। साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट भी अनिवार्य रूप से प्रस्तुत की जाए।
किशोरियों का शत-प्रतिशत एनीमिया परीक्षण कराने पर बल दिया गया तथा गलत रिपोर्टिंग करने वाली टीमों के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सभी विद्यालयों में आई०एफ०ए० की उपलब्धता की सूची तैयार कर नोडल अधिकारी (आर०बी०एस०के०) को उपलब्ध कराने के आदेश दिए गए। साथ ही विद्यालयों में प्रत्येक बच्चे की हेल्थ हिस्ट्री तैयार कर सम्बन्धित टीम को उपलब्ध कराने पर विशेष बल दिया गया।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक को निर्देशित किया गया कि एच०एम०आई०एस० पोर्टल पर आर०बी०एस०के० एवं एनीमिया मुक्त भारत की शत-प्रतिशत रिपोर्टिंग सुनिश्चित की जाए। बैठक में यह भी अवगत कराया गया कि सीवियर एनीमिया के 8 बच्चे उपचार हेतु शेष पाए गए, किन्तु सम्बन्धित टीम द्वारा सूची प्रस्तुत नहीं की गई। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने कड़ा असंतोष जताते हुए सम्बन्धित टीम को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
डी०सी० बालिका को आदेश दिया गया कि प्रत्येक सोमवार को विद्यालयों में आयरन की गोली खिलाने की प्रक्रिया सुनिश्चित की जाए और उसकी फोटो प्रस्तुत की जाए। एनीमिक किशोरियों का नियमित फॉलोअप कर दवा उपलब्ध कराई जाए, जिसकी जिम्मेदारी आंगनबाड़ी और विद्यालय के शिक्षकों पर होगी।
मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देशित किया कि वी०एच०एन०डी० सत्रों एवं आर०बी०एस०के० टीमों द्वारा सैम/मैम बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जाए और माताओं में जागरूकता बढ़ाई जाए। 09 अथवा 10 सितम्बर 2025 को अमृत डाइट पर विशेष बैठक आयोजित करने तथा 15 सितम्बर 2025 तक चश्मा वितरण पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। साथ ही सभी श्रेणियों की बीमारियों के चिन्हीकरण की गति बढ़ाने पर जोर दिया गया।