अगस्त में चलेगा विशेष प्रवर्तन अभियान, सभी विभाग समन्वय से करें काम — जिलाधिकारी

जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में आज कलक्ट्रेट सभागार में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जनपद की सड़क सुरक्षा व्यवस्था की गहन समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि अगस्त माह में पूरे जिले में विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जाए।
उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ओवरलोड वाहनों के विरुद्ध प्रवर्तन की कार्रवाई करते हुए उनके आवाजाही पर रोक लगाई जाए। ऐसे वाहनों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। खनन अधिकारी को निर्देशित किया गया कि हमीरपुर, महोबा व बांदा जिलों से आने वाले ओवरलोड ट्रकों पर संबंधित जनपदों से समन्वय कर कार्रवाई की जाए।
जिलाधिकारी ने बताया कि नौबस्ता से घाटमपुर-सजेती तक कुल आठ स्थानों को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है। इसके अतिरिक्त अन्य जगहों पर भी दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिनके स्थायी समाधान के प्रयास किए जाएं। एनएचएआई व स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया कि नौबस्ता से सजेती के बीच दुर्घटना संभावित स्थलों पर एम्बुलेंस की तैनाती सुनिश्चित की जाए। साथ ही उपयुक्त क्षमता का हाइड्रा वाहन भी उपलब्ध रहे ताकि समय रहते राहत कार्य किया जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क हादसे के बाद का पहला घंटा यानी ‘गोल्डन ऑवर’ जीवन बचाने के लिए बेहद अहम होता है। ऐसे में दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को समय से उपचार मिल सके, इसके लिए 108 एम्बुलेंस सेवा तथा एनएचएआई की एक्सीडेंट हेल्पलाइन 1033 को हर स्तर पर सक्रिय रखा जाए। आमजन को भी इन सेवाओं की जानकारी दी जाए।
उन्होंने जिला आबकारी अधिकारी को निर्देशित किया कि सागर-हमीरपुर हाईवे पर शराब बिक्री से जुड़े सभी बोर्ड एक सप्ताह के भीतर हटवा दिए जाएं। वहीं पीडी एनएचएआई को अवैध कट्स को चिन्हित कर बंद कराने की कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए कहा गया।
सड़क सुरक्षा के दृष्टिकोण से सागर हाईवे पर स्थित चिन्हित 46 घनी आबादी वाले गांवों में एनएचएआई द्वारा वाई-जंक्शन के निर्माण का प्रस्ताव शीघ्र तैयार करने के निर्देश भी दिए गए।
जिलाधिकारी ने डीएफओ को निर्देश दिए कि 15 दिन के भीतर नौबस्ता से सागर हाईवे तक दोनों ओर पेड़ों की छंटाई का कार्य पूर्ण करा लिया जाए, जिससे सड़क पर दृश्यता बेहतर हो और हादसे कम हों।
जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें और जो दायित्व दिए गए हैं, उन्हें समयबद्ध ढंग से पूरा करें। बैठक में डीसीपी ट्रैफिक रविन्द्र कुमार, डीएफओ दिव्या, एडीएम सिटी राजेश कुमार सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।