राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) का 44वां स्थापना दिवस समारोह

अंतरराष्ट्रीय सहकारीता वर्ष – “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान
चौबेपुर, कानपुर नगर
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के 44वें स्थापना दिवस समारोह कार्यक्रम बी-पेक्स तरीपाठकपुर, चौबेपुर ब्लॉक, कानपुर नगर में किया गया। इस अवसर पर देश भर में सहकारी क्षेत्र को सशक्त बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गईं।
कार्यक्रम के दौरान सहभागियों को वित्तीय साक्षरता का महत्व समझाया गया। इस अवसर पर नाबार्ड ने अपनी प्रतिबद्धता दोहराई कि वह सहकारी क्षेत्र के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने, ग्रामीण आजीविका को सशक्त करने और सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने में अग्रणी भूमिका निभाता रहेगा।
कार्यक्रम में राणा सिंह परिहार ने जैविक एवं प्राकृतिक खेती के लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह खेती पद्धति पर्यावरण के अनुकूल होती है, भूमि की उर्वरता बनाए रखती है और किसानों की उत्पादन लागत को कम करती है। साथ ही, इससे उत्पादों की गुणवत्ता बेहतर होती है और दीर्घकालिक रूप से किसानों की आय में वृद्धि होती है।
अंतरराष्ट्रीय सहकारी वर्ष के उपलक्ष्य में, नाबार्ड ने “एक पेड़ माँ के नाम” (EK Ped Maa ke Naam) विशेष अभियान किया। इस अभियान का उद्देश्य न केवल हरियाली बढ़ाना है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति जनमानस में संवेदनशीलता जगाना और माँ के प्रति सम्मान व्यक्त करना भी है। कार्यक्रम के दौरान बी-पेक्स तरीपाठकपुर परिसर में वृक्षारोपण किया गया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में एस. डी. सिंह परिहार, अध्यक्ष, कानपुर डीसीसीबी; रविशंकर दीक्षित, निदेशक, कानपुर डीसीसीबी; मलखान सिंह, अध्यक्ष, पीएसीएस तरीपाठकपुर; आदित्य चंद्र, एलडीएम, कानपुर नगर; नरेंद्र कुमार, महाप्रबंधक, कानपुर डीसीसीबी; रूपेश श्रीवास्तव, एडीओ, चौबेपुर; नवनीत चौधरी, शाखा प्रबंधक, कानपुर डीसीसीबी चौबेपुर; तथा राम किशोर सिंह, सचिव, बी-पेक्स तरीपाठकपुर उपस्थित रहे।