माह मुबारक में रोज़ा,तरावीह का इहतमाम फरमाएं,रमज़ान की कदर और उसका इहतराम करें

कानपुर:- नये दौर में पेश आने वाले नये मसायल के हल के लिये पूर्व काज़ी ए शहर हज़रत मौलाना मुहम्मद मतीनुल हक़ उसामा क़ासमी रह0 द्वारा स्थापित शहर कानपुर के वरिष्ठ मुफ्ती हज़रात पर आधारित कुल हिन्द इस्लामिक इल्मी अकादमी के अध्यक्ष मुफ्ती इक़बाल अहमद क़ासमी, महासचिव मौलाना खलील अहमद मज़ाहिरी, उपाध्यक्ष मुफ्ती अब्दुर्रशीद क़ासमी, मौलाना अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह क़ासमी व पदाधिकारियों ने लोगों के नमाज़ , रोज़ा , तरावीह , ज़कात, फित्रा, हज व कुर्बानी में दीनी मालूमान और इस्लामी रहनुमाई के लिए रमज़ान हेल्प लाइन बनाम अल-शरिया हेल्प लाइन जारी करते हुए समस्त मुसलमानों विशेषकर कानपुरवासियों से अपील करते हुए फरमाया कि रमज़ान मुबारक की आमद आमद है।
इससे बढ़ कर अल्लाह के ग़ज़ब को भड़काने वाला यह अमल है कि इस माह मुबारक में खुले आम पान, गुटखा, मसाला सरेआम खाया-पिया जाये और मुस्लिम मुहल्लों में दिन के समय चाय-पान और होटलों को खुला रखा जाये। खुदा के वास्ते रसूल अल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शरियत को मज़ाक़ ना बनायें और रमज़ान की गरिमा को धूमिल ना करें।
तरावीह:- पूरे माह 20 रकअत तरावीह एहतमाम से पढ़ना सुन्नत ए मुतवातिर है और तरावीह में पूरे कुरआन का सुनना भी बड़ी सुन्नत है
खत्म ए कुरआन:- कुरआन करीम का तरावीह में सुनना सुनाना बहुत मुबारक काम है एक-एक शब्द पर दस नेकी और फिर रमज़ान और नमाज़ में पढ़ने के कारण से नेकियां कई गुना बढ़ जायेंगी।
मोलाना अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह कासमी ने इंतजामिया से अपील की है रमज़ान मे बिजली, पानी, और मुस्लिम महिल्लों में सफाई का खास ख्याल रखा जाए उन्होने सहरी,अफतारी, और तरावीह के टाइम बिजली कटौती ना की जाए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुफ्ती इकबाल अहमद कासमी, मौलाना खलील अहमद मजाहिरी, मुफ्ती अब्दुर रशीद कासमी, मौलाना अमीनुल हक अब्दुल्लाह कासमी के अलावा मौलाना मोहम्मद अनीस खान कासमी, मौलाना मोहम्मद इनामुल्लाह कासमी, मुफ्ती सैयद मोहम्मद उस्मान कासमी, मुफ्ती सऊद मुरशिद कासमी, मुफ्ती हिफ्जुर्रहमान कासमी, मुफ्ती सअद नूर कासमी, मुफ्ती मोहम्मद दानिश कासमी, मुफ्ती इजहार मकर्रम कासमी और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।